हाथ उठाकर होगा मतदान, कार्यवाही का होगा लाइव टेलीकास्ट
भोपाल। Floor Test MP मध्य प्रदेश में जारी सियासी घमासान पर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) का फैसला आ गया है। सुप्रीम फैसले में फ्लोर टेस्ट कराने का आदेश दिया है। शुक्रवार को ही कमलनाथ सरकार (Kamal Nath Govt) को फ्लोर टेस्ट (Floor Test) देना होगा। सुप्रीम कोर्ट ने फ्लोर टेस्ट की कार्यवाही पूरी करने के लिए शाम 5 बजे तक का वक्त दिया है। इस दौरान कार्यवाही की वीडियो रिकॉर्डिंग भी होगी। साथ ही लाइव टेलीकास्ट भी किया जाएगा। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से भारतीय जनता पार्टी में खुशी का माहौल है। बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत तमाम भाजपा नेताओं की तरफ से दायर याचिका पर ही सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया है। याचिका में फ्लोर टेस्ट कराए जाने की मांग की गई थी।
7 बिंदुओं में समझिए सुप्रीम आदेश
मध्यप्रदेश की कमल नाथ सरकार के भविष्य को लेकर दिए गए सुप्रीम फैसले को सात महत्वपूर्ण बिंदू है। सुप्रीम कोर्ट ने बेंगलुरु में रह रहे कांग्रेस विधायकों को लेकर भी महत्वपूर्ण बात कही है।
1- 20 मार्च को बुलाया जाएगा विधानसभा सत्र
2- 20 मार्च को केवल फ्लोर टेस्ट होगा और कोई कार्यवाही नहीं होगी।
3- फ्लोर टेस्ट के दौरान हाथ उठाकर वोटिंग होगी।
4- फ्लोर टेस्ट के दौरान लाइव टेलीकास्ट और वीडियो रिकॉर्डिंग की जाएगी।
5- शांतिपूर्ण तरीके से फ्लोर टेस्ट की प्रक्रिया होगी।
6- किसी भी हाल में शुक्रवार शाम 5 बजे तक फ्लोर टेस्ट की प्रक्रिया पूरी करनी होगी।
7- सुप्रीम कोर्ट ने कर्नाटक और मध्यप्रदेश के डीजीपी को भी आदेश दिया। बेंगलुरु में रह रहे कांग्रेस विधायक यदि फ्लोर टेस्ट में शामिल होना चाहते हैं, तो उन्हें पुख्ता सुरक्षा दी जाए।
सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से भारतीय जनता पार्टी में खुशी की लहर है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का दावा है कि फ्लोर टेस्ट में कमल नाथ सरकार गिर जाएगी। वहीं कांग्रेस के खेमे में मायूसी देखी जा रही है। कांग्रेस चाहती थी कि सुप्रीम कोर्ट बंधक बनाए गए विधायकों को वापस लाने को लेकर भी फैसला दें। लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
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