उज्जैन से भेजी गई महिला अधिकारी की रिपोर्ट पर लिया गया फैसला, जन्माष्टमी से पहले जारी हुआ आदेश
मंदसौर। जिला जेल में तैनात जेलर नारायण सिंह राणा को भोपाल जेल मुख्यालय (MP Prisoner Headquarter ) में अटैच कर दिया गया है। राणा के खिलाफ मंदसौर जेल की ही एक महिला प्रहरी (Crime against women) ने शिकायत की थी। यह शिकायत सीधे डीजी जेल संजय चौधरी से की गई थी। शिकायत के साथ सबूत भी महिला प्रहरी ने पेश किए थे।
जानकारी के अनुसार इस संबंध में पिछले महीने शिकायत हुई थी। शिकायत में कहा गया था कि जेलर प्रताड़ित करते हैं। महिला प्रहरी ने मोबाइल के एसएमएस (Crime against women) भी आवेदन में लगाए थे। जिसको पड़ने के बाद डीजी जेल संजय चौधरी ने उज्जैन सेंट्रल जेल की अधीक्षक अलका सोनकर को जांच सौंपी गई। सोनकर बकायदा जांच करने मंदसौर जेल पहुंची। यहां उन्होंने जेलर नारायण सिंह राणा और महिला प्रहरी और उसके परिजनों के बयान दर्ज किए। बयान में यह सामने आया कि वह आधी रात को फोन लगाते थे। इसके अलावा कई बार आधी रात को मैसेज करके (Crime against women) परेशान करते थे। इस संबंध में महिला प्रहरी मौखिक विरोध जेलर से जता चुकी थी। लेकिन, हरकतें जब बंद नहीं हुई तो आला अफसरों से शिकायत की गई। इसके बाद सोनकर ने अपनी एक रिपोर्ट बनाकर डीजी जेल संजय चौधरी को भेजी। जिसमें कहा गया कि दोनों में से किसी एक को वहां से हटाया जाना जरूरी है। इसी रिपोर्ट को आधार बनाकर नारायण सिंह राणा को भोपाल जेल मुख्यालय अटैच कर दिया गया। राणा की जगह प्रेम कुमार सिंह को जेलर बनाया गया है। प्रेम कुमार सिंह इससे पहले रतलाम जेल में तैनात थे।
पहले भी था विवाद
जेलर नारायण सिंह राणा का कार्यकाल काफी विवाद भरा रहा। मंदसौर में ही जेल में सुविधाएं देने के आरोप लगे थे। जिसकी जांच के बाद वहां कई बदलाव किए गए। इधर, खबर है कि राणा के बेटे की चेन इंदौर में गुम हो गई थी। जिसकी रिपोर्ट लिखाने के लिए वह बिना अनुमति इंदौर चले गए। यह मामला भी अभी जांच में हैं।