महिला मित्र से मारपीट, पूरी घटना की सच्चाई सोशल मीडिया पर की वायरल, कंजर गिरोह पर शक
भोपाल। टीवी के मनोरंजन चैनल एमटीवी के स्टंट प्रोग्राम से मशहूर हुए बाबर लूट (Sehore Loot) का शिकार हो गए। उन्हें बदमाशों ने लूटने के लिए घात लगाया था। बकायदा उनकी गाड़ी रापी लगाकर पहले पंचर की गई। फिर लूटपाट को अंजाम दिया गया। पुलिस ने फिलहाल मामला दर्ज नहीं किया है।
मामले की जांच कर रही सीहोर पुलिस ने इस मामले में करीब 46 संदेहियो से पुछताछ की है। भोपाल के कोहेफिजा निवासी 32 वर्षीय बाबर एमटीवी के फेमस प्रोग्राम स्टंटमेनिया में विनर रहा है। वह इवेंट्स के लिए आए दिन शहर और प्रदेश के बाहर रहता है। अधिकतर सफर वह अपनी स्कॉपियो कार से बाय रोड तय करता है। बुधवार रात को वह महिला मित्र सहित तीन अन्य दोस्तों के साथ इवेंट के लिए उदयपुर जा रहा था। रात करीब एक बजे सीहोर टोल नाके को पार करते ही करीब दो किलोमीटर आगे जाने पर बीच सड़क पर गोबर में रापी फंसाकर (Sehore Loot) रखी गई थी। जिसपर चढ़ते ही बाबर की कार पंचर हो गई। उन्होंने कार को साइड में लगाया और पंचर चेक करने के लिए उतरे। इसके बाद में वह दोबारा कार में बैठ गए। मदद के लिए दोस्तों को कॉल करने के लिए मोबाइल जेब से निकाला।
तभी आधा दर्जन से अधिक लोग उनकी कार से पास आए एक ने उनके मुंह पर टार्च मारी, वह कुछ समझ पाते इससे पहले ही आरोपियों ने डंडे से उन्हें पीटना शुरू कर दिया। जिससे उनका एक हाथ फ्रेक्चर हो गया है। इस दौरान आरोपियों ने कार को चारों तरफ से घेर लिया। सभी के हाथों में डंडे तथा हथियार थे। जिससे बाबर के दोस्त घबरा गए। उन्होंने कार को अंदर से लॉक कर लिया। दो बदमाश कार की दूसरी तरफ खड़े थे, जहां बाबर की महिला मित्र बैठी थीं। उन्होंने कार के गेट की विंडो का कांच फोड़कर महिला को डंडा मारा और बैग देने के लिए कहा।
घबराई लड़की ने बैग आरोपियों को दे दिया। इसके बाद में बदमाशों ने बाबर से पर्स छीन लिया, उनके साथियों की तरफ के तरफ के ग्लास फोड़कर उनसे लूटपाट की कोशिश की। इतनी देर मे उनके अन्य दोस्त स्थिति को पूरी तरह भांप गये ओर हालात देखते हुए कार में सवार सभी लड़के आरोपियों से गाड़ी से उतरकर भिड़ गए। इसके बाद दोनों ओर से करीब 15 मिनट तक पथ्रराव किया गया। जिसके बाद में बदमाश भागे, तब बाबर ने कार स्टार्ट की और भोपाल की ओर वापस लौटे। बाबर ने बताया कि उनके साथ मौजूद लड़की का एक मोबाइल उसके पास रखा था। जिससे उसने डायल 100 पर कॉल किया, करीब आधे घंटे तक पुलिस मौके पर नहीं आई थी। राहगीरों से मदद मांगी पर कोई नहीं रुका था। कुछ देर में एक परिचित ने उन्हें देखकर गाड़ी को रोका। तब दोबारा पुलिस को कॉल किया गया। अधिकारी लूट की जानकारी मिलते ही दलबल के साथ मौके पर पहुंचे हालांकि कोई नहीं मिला। बाबर का कहना है कि इस मामले में एफआईआर दर्ज नहीं की गई है। वही वारदात के बाद बाद हरकत में आई सीहोर पुलिस को संदेह की घटना मे कंजर समुदाय के लोगो का हाथ हो सकता है, जिसके आधार पर पुलिस ने संदेहियों को उठाना शुरू कर पुछताछ शूरु कर दी है।