पिछले साल हो गया था फैल तो प्रायवेट दी थी परीक्षा
भोपाल। परीक्षा परिणाम आने से पहले ही आत्महत्या (Student Suicide) के मामले से राजधानी सहम गई। मामला शहर के अशोका गार्डन थाने का है। फिलहाल आत्महत्या की वास्तविक वजह सामने नहीं आई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
अशोका गार्डन थाना प्रभारी उमेश यादव के मुताबिक न्यू राजीव नगर सेमरा निवासी सोनू उर्फ भानू प्रताप पुत्र कैलाश शाक्य(17) दसवीं का छात्र था। परिवार में कैलाश, उनकी पत्नी जमना, सोनू, छोटा बेटा मोनू(12) और बेटी पूजा(8) हैं। सोनू ने आठवीं तक रेगूलर पढ़ाई की थी। इसके बाद उसने दसवीं की परीक्षा दी और फेल हो गया था। इस कारण उसने इस साल दूसरी बार दसवीं की प्रायवेट परीक्षा दी थी। उसके पिता कैलाश आटो चलाते हैं और निजी तौर पर लोगों को छोटा-मोटा फायनेंस भी करते हैं। सोनू कुछ दिन पहले ही एक केक की दुकान पर काम कर रहा था।
परिवार सदमे में आया
मंगलवार रात परिवार के सभी सदस्यों ने खाना खाया और रात करीब साढ़े ग्यारह बजे सो गए। सुबह करीब छह बजे परिजन उठे तो मकान के दो दरवाजे बाहर से बंद थे और सोनू घर पर नहीं था। कैलाश और जमना ने आवाज देकर एक पड़ोसी महिला ने दरवाजे की कुंदियां खुलवाई। इसके बाद मकान के पौर्च में पहुंचे। जहां पर सोनू छत के कुंदे में बंधे रस्सी के फंदे पर लटका (Student Suicide) हुआ मिला। उसे तुंरत फंदा काट कर अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
रिजल्ट नहीं आया इसलिए शक
पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। इससे आत्महत्या (Student Suicide) के कारणों का खुलासा नहीं हो सका है। सोनू के मौसा हरिकिशोर शाक्य ने बताया कि बुधवार को दसवीं कक्षा का रिजल्ट घोषित हुआ है। इससे पहले ही सोनू ने खुदकुशी कर लिया। घर में किसी को भी उसका रोल नंबर पता नहीं है। इससे इस बात का पता नहीं चल पाया है कि सोनू परीक्षा में पास हुआ है या नहीं। इसके अलावा ऐसी कोई बात भी नहीं हुई, जिससे वह ऐसा कदम उठाए।
परिजनों के बयानों के बाद हो सकता है खुलासा
टीआई ने कहा कि पुलिस मर्ग कायम कर जांच कर रही है। पुलिस जांच कर इस बात का पता लगाने का प्रयास कर रही है कि आत्महत्या की वजह परीक्षा परिणाम है या कोई अन्य कारण। परिजनों के बायनों के बाद ही खुदकुशी के कारणों का खुलासा हो सकेगा।