MP Political News: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने लगाया आरोप, भोपाल में मीडिया से बातचीत में राहुल गांधी एपिसोड पर दी यह प्रतिक्रिया, जब प्रेस कांफ्रेंस चल रही थी तभी सीएम हाउस से मैसेज करके पत्रकारों को आवश्यक विषय पर बातचीत करने का बोलकर बुलाया, कांग्रेस प्रवक्ता केके मिश्रा ने पूर्व मुख्यमंत्री के सामने ही निकाल दी अपनी भड़ास
भोपाल। गौतम अडानी को बचाने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी लोकतंत्र का गला घोंट रहें हैं। राहुल गांधी को निशाना बनाया जा रहा है। क्योंकि उन्होंने प्रधानमंत्री से अड़ानी के बारे में पूछ लिया था। लेकिन, यह नहीं चलेगा अब भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस लोकतंत्र (MP Political News) को बचाने सब कुछ करेगी। यह आरोप लगाते हुए महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण (EX CM Prithviraj Chauhan) ने मीडिया से बातचीत की। उन्होंने 7 फरवरी से लेकर अब तक हुए पूरे घटनाक्रम की टाइम लाइन बताते हुए कहा कि यह सोची—समझी रणनीति के तहत किया गया।
राहुल गांधी ने ये पूछे थे सवाल
पृथ्वीराज चव्हाण ने पत्रकारों को बताया कि 7 फरवरी को राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने संसद में अपने भाषण में अडानी महा घोटाले पर दो सवाल पूछे थे। पहला सवाल यह था कि क्या अडानी की शेल कंपनियों में 20000 करोड़ या 3 बिलियन डॉलर हैं? अडानी इस पैसे को खुद कमा नहीं सकता क्योंकि वो इंफ्रास्ट्रक्चर बिजनेस में है। यह पैसा कहां से आया? किसका काला धन है? ये किसकी शेल कंपनियां हैं? ये कंपनियां डिफेंस फील्ड में काम कर रही है। कोई क्यों नहीं जानता? यह किसका पैसा है? इसमें एक चीनी नागरिक शामिल है। कोई यह सवाल क्यों नहीं पूछ रहा है कि यह चीनी नागरिक कौन है? वहीं दूसरा सवाल प्रधानमंत्री मोदी का अडानी से क्या रिश्ता है? पूछा गया था। उन्होंने अडानी के विमान में आराम करते हुए पीएम मोदी की तस्वीर भी दिखाई।
संसद से भाषणों के अंश को हटाया गया
उन्होंने रक्षा उद्योग के बारे में, हवाई अड्डों के बारे में, श्रीलंका में दिए गए बयानों के बारे में, बांग्लादेश में दिए गए बयानों के बारे में, ऑस्ट्रेलिया में स्टेट बैंक (भारत के) के चेयरमैन के साथ बैठे श्री नरेंद्र मोदी और श्री अडानी की तस्वीरें, जिन्होंने कथित तौर पर 1 बिलियन डॉलर का ऋण स्वीकृत किया था के बारे में दस्तावेज दिए। यह सबूत के साथ सवालों (MP Political News) का दूसरा सेट था। अडानी के घोटाले पर संसद में राहुल गांधी के भाषण के ठीक 9 दिन बाद, उनके खिलाफ मानहानि का मामला फिर से शुरू हो गया। राज्यसभा में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के भाषण से अडानी घोटाले के महत्वपूर्ण अंश और राहुल गांधी के भाषण (लगभग पूरी तरह से) को संसद के रिकॉर्ड से हटा दिया गया। क्यों?
ध्यान भटकाने का लगाया आरोप
संसद के बजट सत्र के चल रहे दूसरे भाग में, भारत के इतिहास में पहली बार एक सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा संसद को बाधित कर रही है और इसे काम नहीं करने दे रही है। यह अडानी को बचाने के लिए एक ध्यान भटकाने की साजिश है। जबकि संयुक्त विपक्ष इस पर संयुक्त संसदीय समिति चाहता है। राहुल गांधी पर भाजपा मंत्रियों ने संसद भवन में आरोप लगाकर हमला किया था। लोक सभा अध्यक्ष महोदय को राहुल ने दो लिखित अनुरोध किये कि उनको संसद में जवाब देने दें। इस के बाद तीसरी बार अध्यक्ष जी से मीटिंग भी की पर तीन अनुरोधों के बावजूद अध्यक्ष जी ने संसद में उन्हें बोलने का अवसर देने से इनकार कर दिया। इससे साफ़ पता चलता है कि पीएम मोदी नहीं चाहते कि अडानी के साथ उनके रिश्ते का पर्दाफाश हो।
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