एसबीआई एटीएम में निकालने गए 3 हजार, निकल गए 28 हजार, छह महीने बाद पुलिस ने माना अपराध, अब चोरी का मामला दर्ज
रीवा। आप यकीन नहीं करेंगे पर यह भारत में ही हो सकता है। मामला कुछ इस प्रकार है। एक वृद्ध का खाता खुला। उसे एक महीने बाद डाक से एटीएम मिला। एटीएम इस्तेमाल न करने आने से वृद्ध को डर लगता था। इसलिए वह अपने साथ पहली बार एटीएम में भतीजे को ले गए। उन्होंने 3 हजार निकाले। मन में तकनीक की जानकारी लेकर बहुत खुशी हुई। लेकिन, देर रात तकनीक (ATM Fraud) उनके लिए सिरदर्द बन गई। दरअसल, उनके खाते से तीन बार में किसी व्यक्ति ने 28 हजार रुपए निकाल लिए।
वृद्ध की मुसीबत यहां रकम जाने के बाद शुरू हुई जो अब तक बनी हुई है। मामला फरवरी, 2019 का है। पैसा वापस पाने के लिए वृद्ध ने बैंक, डाकघर से लेकर पुलिस थाने में जा—जाकर चप्पल घीस ली। पैसा वापस आज भी नहीं मिला। अब वृद्ध की हालत पर तरस खाते हुए रीवा के चोरहटा थाना पुलिस ने चोरी का मामला जरूर दर्ज कर लिया है। पुलिस के मुताबिक शिकायत भैयालाल पिता स्वर्गीय हरप्रसाद उम्र 60 वर्ष ने दर्ज कराई है। वह टोला मढ़ा में ग्राम बहुरी बांध के रहने वाले हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि रीवा के दीप काम्पलेक्स में स्थित भारतीय स्टेट बैंक में उन्होंने हाल ही खाता खुलवाया है। खाता खोलने के एक महीने बाद उन्हें डाकघर से एटीएम मिला था। पुलिस का कहना है कि चोरी की घटना 25 फरवरी, 2019 की दोपहर लगभग बारह बजे की है। अभी तक इस मामले में कोई सुराग पुलिस को नहीं मिले हैं।
ATM Fraud पर पुलिस का कहना है कि भैयालाल के साथ उस दिन भतीजा अर्जुन उपाध्याय भी था। दोनों करहिया गल्ला मंडी के सामने स्टेट बैंक एटीएम बूथ पर गए थे। भतीजे ने रकम निकालकर भैयालाल को दे दी थी। उसी दिन रात को उनके मोबाइल पर तीन मैसेज आए। इसमें एक बार में 17 तो दूसरी बार में 10 और आखिरी बार में 1 हजार रुपए निकाले गए। शिकायत लेकर मैनेजर के पास वह पहुंचे तो उन्होंने कहा कि 17 हजार रुपए होल्ड पर है। बैंक एक सप्ताह के भीतर में उसे खाते में जमा करा देगी। पुलिस का कहना है कि आरोपी ने वारदात एटीएम को क्लोन (ATM Clone Case) करके अंजाम दिया है।