MP Cop Gossip: मुख्यालय के आदेशों ने जिलों के अधिकारियों की उड़ाई नींद

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MP Cop Gossip: विधवा महिला के घर घुसा एक कार्यवाहक हवलदार जिसको गुपचुप गिरफ्तार करके एक थाने ने जेल भेजा, अपने एक आदेश में ट्रोल हो गए एसपी, झपटमारी की वारदातों का गबन कर रहे भोपाल के एक नेता के दुलारे लाल

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सांकेतिक ग्राफिक डिजाइन टीसीआई

भोपाल। मध्यप्रदेश पुलिस विभाग बहुत बड़ा होता है। उसमें भीतर ही भीतर बहुत कुछ चल रहा होता है। ऐसे में कुछ बातें मीडिया में आ जाती है तो बहुत कुछ दबी रह जाती है। ऐसे ही बातों का नियमित कॉलम एमपी कॉप गॉसिप (MP Cop Gossip) हैं। इसमें हमारी हरसंभव कोशिश होती है कि नाम उजागर करने से बचा जाए। जिनकी चर्चा होती है उनके नाम जरुर हमारी तरफ से दिए जाते हैं। ऐसे ही इस बार कुछ रोचक घटनाओं के साथ चटपटी खबर।

बीच सड़क पर दिया सीपीआर

भारतीय पुलिस सेवा के एक अधिकारी का इन दिनों सोशल मीडिया में वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। वीडियो में लोकेशन साफ नहीं हैं। लेकिन, यह बताया जा रहा है कि वे अधिकारी भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी आदित्य मिश्रा है। वे बीच सड़क पर एक वृद्ध को सीपीआर देते हुए दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने बकायदा अपना काफिला रोककर यह सबकुछ किया। हालांकि मैन स्ट्रीम मीडिया में इस बात की चर्चा भी नहीं हुई।

एसपी ने क्राइम ब्रांच को कर दिया खाली

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जबलपुर एसपी संपत उपाध्याय का एक आदेश इन दिनों सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है। दरअसल, उन्होंने जिले की क्राइम ब्रांच में तैनात 22 लोगों को पुलिस लाइन का रास्ता दिखा दिया। इसके पीछे ठोस वजह तो सामने नहीं आई। लेकिन, बताया जा रहा है कि कई क्राइम ब्रांच के अंगद बन गए थे। जिनसे एसपी साहब को नई उपलब्धि में फायदा नहीं मिल रहा था। जिन्हें पुलिस लाइन भेजा गया उनमें तीन कार्यवाहक एएसआई, दो कार्यवाहक महिला हवलदार, छह कार्यवाहक हवलदारों के साथ में 11 आरक्षकों के नाम हैं। इस तरह की लंबी सर्जीकल स्ट्राइक का इंतजार प्रदेश का कई जिला भी कर रहा है।

अति ही कर रहे हैं भोपाल के एक लाल

राजधानी में झपटमारी की वारदातें थम नहीं रही है। मुकदमा दर्ज कर लो तो सुपरविजन के कागज चलते हैं। इसलिए एक थाने के प्रभारी ने अपने यहां होने वाली वारदातों को कागज पर दर्ज करना ही बंद कर दिया। हमारे पास ऐसी तीन सूचनाएं विभिन्न संचार माध्यमों से पहुंची हैं। जिसमें पीड़ितों से चर्चा करने का प्रयास किया जा रहा है। खबर है कि थाना (MP Cop Gossip) क्षेत्र में सक्रिय झपटमारी गिरोह आधा दर्जन से अधिक मोबाइल ले जा चुका है। सभी में साहब ने मोबाइल गुम होने का फॉर्म भरकर उसे लॉस्ट सेल फोन यूनिट भेज दिया है। जिस दिन इस तरह के कारनामों से पाप का घड़ा भरेगा उस दिन लाल का चेहरा पीला होना तय है। क्योंकि उनके यहां ऐसे मामलों की एक बहुत लंबी फेहरिस्त जमा हो चुकी है।

पहले मेले में बचाया फिर अपने ही घर में डालने पहुंच गया डाका

राजधानी के एक थाने में तैनात कार्यवाहक एएसआई ने पिछले दिनों जमकर बवाल मचा दिया। उनके कारनामों की जानकारी आला अधिकारियों तक भी पहुंची। जिसके बाद उनके खिलाफ अफसरों ने प्रकरण दर्ज करने का निर्णय ले लिया। यह सुरा प्रेमी हैं जिसके बाद उन्हें शबाब भी चाहिए होता है। वे बोतल गटकने के बाद शहर में चल रहे एक मेले में पहुंच गया। वहां एक महिला के साथ वह कर दिया जो उन्हें नहीं करना था। मेले की चौकी में तैनात कर्मचारियों ने दबोचा तो वह घर का आदमी निकला। इसलिए उसे दबाया गया और घर पहुंचा दिया। इसके बाद सुरा प्रेमी साहब अपने शरीर पर नियंत्रण नहीं रख पा रहे थे। इस कारण वह एक घर की दीवार लांघकर भीतर जा घुसे। जिसका घर था वह महकमे की ही एक दिवंगत कर्मचारी का था। कार्यवाहक एएसआई ने उनके साथ भी अभद्रता कर दी। यह बात फिर उसी थाने में पहुंची जहां वह मेले में अभद्रता के चलते बचाए गए थे। इसके बाद तो खबर आला अधिकारियों को भेजना मजबूरी हो गई। अफसरों ने कार्यवाहक एएसआई के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया। उसे बकायदा गिरफ्तार करके जेल भी दाखिल कर दिया। अफसरों ने थाने के अधिकारियों को ऐसा करने से पहले चेता दिया था कि मीडिया में यह बात लीक न होने पाए।

डीजीपी ने पसीना पोंछने पर कर दिया है मजबूर

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प्रदेश में नए डीजीपी ने अपना पदभार संभाल लिया। वे तीन साल बाद पुलिस मुख्यालय के गलियारों में पहुंचे थे। उन्होंने अपने खोजी खबरनवीसों से पहले पुलिस मुख्यालय के गलियारों की जानकारी जुटाई। उनमें शिकंजा कसते हुए प्रदेश के जिलों में तैनात अफसरों पर लगाम लगाने की रणनीति पर काम शुरु कर दिया। डीजीपी ने पुरानी व्यवस्थाओं को बहाल करने का आदेश दिया है। इसलिए कई जुगाड़ वाले अफसर जो अपने राजनीतिक आकाओं के चलते फील्ड में जमे हैं वे पसीने पोंछते नजर आ रहे हैं। खबर है कि डीजीपी ने कई ऐसी बातें पूछ ली है जिसको बताने के बाद मैदान के कई अफसरों की रवानगी तय हैं। इस कारण पुलिस मुख्यालय से जिलों में पहुंच रहे हर कागज को भविष्य की रणनीति के हिसाब से उसमें जवाब देने का अभियान शुरु हो गया हैं। (सुधि पाठकों से अपील, हम पूर्व में धाराओं की व्याख्याओं के साथ समाचार देते रहे हैं। इसको कुछ अवधि के लिए विराम दिया गया है। आपको जल्द नए कानूनों की व्याख्या के साथ उसकी जानकारी दी जाएगी। जिसके लिए हमारी टीम नए कानूनों को लेकर अध्ययन कर रही हैं।)

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