Bhopal Corona Curfew: नए भोपाल में फैल रहे संक्रमण की रफ्तार को देखते हुए प्रशासन ले सकता है जल्द कोई बड़ा फैसला
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भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की ताजा न्यूज कोरोना (Bhopal Corona Curfew) महामारी से जुड़ी है। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में कोरोना कर्फ्यू की तारीख 7 मई तक बढ़ा दी है। लेकिन, राजधानी भोपाल की अपडेट न्यूज कोरोना की जो आ रही है उसे देखकर नहीं लगता कि यह इतनी जल्दी नियंत्रण में आएगा। दरअसल, राजधानी भोपाल में पिछले एक सप्ताह से कोरोना संक्रमितों की संख्या 1800 सौ के नीचे नहीं आई है। यह तब है जब डोर टू डोर सैम्पलिंग वाले अभियान में तेजी नहीं आई है।
पुलिस से बचे तो निगम के पास फंसे
भोपाल शहर में नगर निगम, पुलिस और प्रशासन की टीमें जगह—जगह बिना मास्क और बिना कारण घुमने वालों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। इस कड़ी में प्रशासन ने चूना भट्टी स्थित काबुलीवाला ग्रॉसरी मॉल को सीज कर दिया। वहां क्षमता से अधिक संख्या में ग्राहक मिले थे। इधर, भोपाल पुलिस ने 27 व्यक्तियों के खिलाफ धारा 188 के तहत कार्रवाई की है। वहीं नगर निगम और ट्रैफिक पुलिस ने 42 व्यक्तियों के खिलाफ बिना मास्क घुमने पर चालान काटे हैंं। शहर के हालात को जानने के लिए भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया (IAS Avinash Lavaniya) और डीआईजी सिटी भोपाल इरशाद वली दिनभर सड़कों में घुमे।
चौथी बार बढ़ सकती है तारीख
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कोरोना संक्रमण जब भोपाल में 700 से अधिक थी तब दो दिन लगातार लॉक डाउन लगाने का फैसला लिया गया था। यह आदेश 9 अप्रैल की रात 10 बजे के बाद प्रभावी हुआ था। इसके बाद 12 अप्रैल की रात 9 बजे से शहर में एक सप्ताह के लिए कोरोना कर्फ्यू लगाया गया था। जिसकी मियाद समाप्त होती उससे पहले उसकी तारीख 30 अप्रैल कर दी गई। यह फैसला मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लिया था। शहर में रेमडेसिविर इंजेक्शन, अस्पतालों में खाली पलंग न होने की कमी, आॅक्सीन की मारामारी को देखते हुए लिया गया।
कंटेनमेंट जोन दूसरा नहीं
इसके बाद अगली तारीख 3 मई की कुछ दिन पहले कलेक्टर अविनाश लवानिया ने बढ़ाई थी। अब मुख्यमंत्री कार्यालय से यह तारीख 7 मई पर पहुंच गई है। संक्रमण की संख्या को देखते हुए शहर के नागरिकों को जल्द कोरोना कर्फ्यू से राहत मिलती नहीं दिख रही। शहर में संक्रमण की संख्या नियंत्रण पर नहीं है। कोलार के बाद कोई दूसरा मिनी कंटेंनमेंट जोन नहीं बनाया गया। जबकि गोविंदपुरा में इसकी पूरी संभावना दिख रही थी। इस बार कोरोना की दूसरी लहर में सर्वाधिक चपेट में नया शहर आया है। उल्लेखनीय है कि यह दोनों अफसर इससे पहले भी सड़क पर उतरे हैं। जिसके बाद कंटेंनमेंट जोन बनाने से लेकर कोरोना कर्फ्यू (Bhopal Corona Curfew) की तारीखें बढ़ाने के फैसले बाद में आए थे।