Bhopal Corona Curfew: बंदिशों के बावजूद दोगुनी संक्रमण की रफ्तार, आइसोलेशन के लिए रेलवे कोच की शुरूआत
भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल ताजा समाचार कोरोना कर्फ्यू (Bhopal Corona Curfew) का सामने आ रहा है। शहर में संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है। वहीं मौत का आंकड़ा भी बढ़ा हुआ है। इधर, शहर में रेमडेसिविर इंजेक्शन, ऑक्सीजन, अस्पतालों में पलंग की सुविधा न होने के चलते बंदिशें फिर से लगना तय है। ऐसी चल रही संभावनाओं को कलेक्टर अविनाश लवानिया के बयान ने और अधिक बल दे दिया है।
यहां दिया गया बयान
जानकारी के अनुसार भोपाल रेलवे स्टेशन में रेलवे की तरफ से 22 आईसोलेशन कोच मुहैया कराए गए है। इसमें लगभग 292 मरीज भर्ती हो सकते हैं। ऐसे लोग जिनके पास जगह नहीं है उन्हें यहां एडमिट किया जाएगा। इंतजाम की जिम्मेदारी कलेक्टर कार्यालय के पास होगी। हालांकि रेलवे के चिकित्सक भी यहां निगरानी रखेंगे। इन कोच का उदघाटन करने के लिए रविवार दोपहर मंत्री विश्वास सारंग (Minister Vishwash Sarang) पहुंचे थे। उन्होंने कोच के इंतजाम को लेकर संतुष्टि भी जताई है। यह कोच पिछले साल पहली लहर की संभावनाओं को देखते हुए बनाए गए थे। उस वक्त इन कोच का इस्तेमाल नहीं हुआ था।
शहर के यह है हालात
जनता कर्फ्यू (Bhopal Janta Curfew) 9 अप्रैल से पहले दो दिन के लिए शुरू किया गया था। इसके बाद 12 अप्रैल से कोरोना कर्फ्यू 19 तक लगाया गया था। यह समाप्त होता उससे पहले सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इसको 3 मई तक बढ़ाने के आदेश दे दिए थे। जब 12 अप्रैल को यह निर्णय लिया गया था तब कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 824 थी। यह 23 अप्रैल की स्थिति में 1753 पर है। यह संख्या चार अंकों में पिछले पंद्रह दिनों से कम होने का नाम नहीं ले रही है। इसलिए ऐसी अवस्था में प्रशासन कोई खतरा मोल नहीं लेना चाहता है। इस बीच शहर के कई जगहों पर आइसोलेशन सेंटर नए बनाने के लिए भी कवायद शुरू हो गई है।
यह बोले कलेक्टर
भोपाल रेलवे स्टेशन में बने आइसोलेशन कोच का निरीक्षण करने कलेक्टर अविनाश लवानिया भी पहुंचे थे। उन्होंने यहां मीडिया से बातचीत में कहा कि कोच में यदि मरीजों की तबीयत बिगड़ती है तो उन्हें लिफ्ट कर अस्पताल ले जाने के लिए एम्बुलेंस 24 घंटे तैनात रहेगी। कोच में एडमिशन के लिए कोविड कॉल सेंटर के अलावा सीधे भी मरीज यहां आ सकता है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया संक्रमण की चैन तोड़ना हमारा लक्ष्य है। यदि इसके लिए कोरोना कर्फ्यू आगे बढ़ाना पड़े तो हम निर्णय लेंगे।