2014 में भी ऐसा ही हुआ था, 10 दिन में लौटा दी थी सुरक्षा
ग्वालियर। मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता केके मिश्रा (KK Mishra) की सुरक्षा (Security) हटा ली गई है। उनकी सुरक्षा में तैनात जवान को सरकार ने वापस बुला लिया है। ये जानकारी खुद केके मिश्रा ने ट्वीट कर दी। जिसके बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केके मिश्रा के समर्थन में उतर आए है। राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh) और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव (Arun Yadav) ने शिवराज सरकार (Shivraj Govt) पर निशाना साधा है। साथ ही मांग की है कि मिश्रा की सुरक्षा को जल्द से जल्द लौटा दिया जाए।
शिवराज सरकार ने ही दी थी सुरक्षा
सुरक्षा हटाए जाने के मामले में द क्राइम इन्फो ने प्रवक्ता केके मिश्रा से बात की। उन्होंने बताया कि करीब 10-12 साल से उन्हें सुरक्षा मिली हुई थी। वे लगातार माफियाओं के खिलाफ आवाज उठाते रहे है। जिसके चलते इंदौर स्थित उनके आवास पर हमला किया गया था। जिसके बाद शिवराज सरकार ने ही केके मिश्रा को सुरक्षा दी थी।
इससे पहले भी हट चुकी सुरक्षा
केके मिश्रा ने बताया कि 2014 में भी एक बार सिक्योरिटी हटा ली गई थी। जब उन्होंने व्यापम घोटाले पर आवाज उठाई तो उन्हें डराने की कोशिश की गई। मिश्रा कहते है कि, ये सरकार का दवाब बनाने का तरीका है। शिवराज सरकार डराकर चुप कराना चाहती है। यहीं वजह है कि 23 जून 2014 को मैंने व्यापम मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी और 25 जून को सुरक्षा हटा ली गई थी। हालांकि 10 दिन बाद ही सरकार ने सुरक्षा वापस भी लौटा दी थी।
हमलावर बने हुए हैं मिश्रा
वर्तमान में केके मिश्रा को ग्वालियर-चंबल का मीडिया प्रभारी बनाया गया है। उपचुनावों के मद्देनजर मिश्रा की तैनाती ग्वालियर में की गई है। बीते तीन महीनों से केके मिश्रा ग्वालियर-चंबल में ही डेरा डाले हुए है और लगातार शिवराज सरकार पर हमला कर रहे है।
केके मिश्रा का ट्वीट
शिवराजसिंह जी,उपचुनाव के दौरान मेरी सुरक्षा हटाने के लिए आपका व सिंधिया जी का आभार,”मेरा जन्म संघर्ष की कोख से हुआ है।”मेरे विचार, चरित्र इस ओछी हरकत के आगे नतमस्तक नहीं होंगे,दोगुनी ताकत से आप लोगों से मिलता रहूंगा।जेल,कोर्ट,थाने सब देख चुका हूं,मौत से भी नहीं डरता हूँ।
सांसद दिग्विजय सिंह का ट्वीट
KK Mishra की सुरक्षा जबकि वे होने वाले उपचुनावों में कोंग्रेस के प्रभारी के रूप में ज़िम्मेदारी निभा रहे हैं हटाना बेहद अनुचित है। तत्काल सुरक्षा की व्यवस्ता सरकार करे। कोई भी अप्रिय घटना होती है तो जवाबदारी मध्यप्रदेश सरकार की होगी।
पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव का ट्वीट
उपचुनाव में ग्वालियर-चंबल के मीडिया प्रभारी केके भाई की सुरक्षा हटाकर सरकार ने ठीक नही किया है, भाजपा वालों को लगता है वो ऐसे कृत्य करकर कांग्रेस नेताओं पर दवाब डाल लेंगें तो वो गलतफहमी में है, भाजपा के इन कामों से कोई कांग्रेस वाला पीछे हटने या कमज़ोर पढ़ने वाला नहीं है।
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