जबलपुर सीबीआई ने दर्ज किया उप डाकपाल के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला, 6 दिन में 30 खातों से 28 लाख रुपए का गबन
जबलपुर। डाकघर के 30 आरडी खातों से महज 6 दिन के भीतर 28 लाख रुपए (Post Office Scam) गबन करने का मामला सामने आया है। इस मामले में सीबीआई की जबलपुर यूनिट ने भ्रष्टाचार निवारण के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है। मामले में आरोपी सिंगरौली के चितरंगी उप डाकघर का उप डाकपाल आरोपी है।
कैसे सामने आया मामला
इस (Post Office Scam) मामले की एफआईआर के लिए जांच रिपोर्ट के साथ प्रतिवेदन सीबीआई को भोपाल के मुख्य पोस्ट मास्टर की तरफ से भेजा गया था। यह फर्जीवाड़ा 13 फरवरी, 2016 से 19 फरवरी, 2016 के बीच अंजाम दिया गया। आरोपी तत्कालीन उप डाकपाल श्री अखिलेश्वर द्विेदी हैं। मुख्य पोस्टमास्टर की तरफ से गबन करने के तरीके का भी खुलासा किया गया है। यह गबन तकनीकी रूप से किया गया जिसको कोई बाहरी व्यक्ति पकड़ नहीं सकता था। जिन खातों में ऐसा किया गया उसकी बारीकी से जानकारी भी सीबीआई को मुहैया कराई गई है।
किसने किया मामले का खुलासा
इस (Post Office Scam) मामले में परिमंडल कार्यालय की तरफ से 2017—2018 में पत्राचार हुआ था। मामले की जांच टीम बनाई गई। जिसमें सहायक अधीक्षक रीवा को यह जिम्मेदारी सौंपी गई। उन्होंने माक माइग्रेशन और गो लाइव के डाटा का आपस में मिलान कराया। सत्यापन के दौरान सीधी पोस्टमास्टर ने भी सिंगरौली की रिपोर्ट भेजी। हालांकि तकनीकी रूप से यह गबन अगस्त, 2015 से फरवरी, 2017 के बीच होना बताया जा रहा है। आरोपी मॉक माइग्रेशन के बाद और सीबीएयस गो लाइव माइग्रेशन के पहले खातों में रकम बढ़ा दी थी। फिनाकिल करने के दौरान इन खातों को बंद करके भुगतान हासिल कर लिया गया।
किन—किन पर संदेह
सीबीआई ने फिलहाल उप डाकपाल (Post Office Scam) चितरंगी अखिलेश्वर दिृवेदी को आरोपी बनाया है। लेकिन संदेह के दायरे में कई अन्य भी है। इसमें माइग्रेशन टीम के सदस्य प्रवीण कुमार, व्हीके सिंह समेत अन्य के नाम हैं। जब यह घोटाला विभाग ने पकड़ लिया तो तत्कालीन उप डाकपाल ने विभाग को करीब 19 लाख रुपए जमा करा दिए। करीब साढ़े नौ लाख रुपए की रिकवरी अभी भी बाकी है। जबलपुर सीबीआई इसी तरह के आधा दर्जन से अधिक मामले पहले भी दर्ज कर चुकी है। यह मामले शहडोल, रीवा डाकघरों के थे।