‘विरोध के डर से 6 महीने से ग्वालियर नहीं गए सिंधिया, 1857 का इतिहास दोहराया है’

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पहले कानून बनाए, फिर सपने दिखाएं सीएम शिवराज – सज्जन सिंह वर्मा

Sajjan Singh Verma
सज्जन सिंह वर्मा, पूर्व मंत्री, मध्यप्रदेश

भोपाल। ‘ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) जो हमेशा से ही अपने क्षेत्र ग्वालियर (Gwalior) को लेकर कहते आए हैं कि यह मेरा घर है। वह पिछले 6 महीनों से अपने घर क्यों नहीं गए ? सिंधिया के पास भोपाल जाने के लिए समय है, दिल्ली में रहने के लिए समय है, इंदौर आने के लिए समय है, लेकिन ग्वालियर जाने के लिए अपने घर जाने के लिए समय नहीं है। दरअसल सिंधिया की छवि उनके क्षेत्र में ही ‘‘गद्दार’’ की बन गई है। उन्होंने अपने परिवार का 1857 की क्रांति का इतिहास दोहराया है। विरोध की आशंका के चलते सिंधिया ग्वालियर नहीं जा रहे है।’ ये गंभीर आरोप पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा (Sajjan Singh Verma) ने लगाए है।

बुधवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में प्रेस वार्ता करते हुए सिंधिया और सीएम शिवराज पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने मध्यप्रदेश के युवाओं को ही सरकारी नौकरी दिए जाने के ऐलान पर कटाक्ष करते हुए कहा कि शिवराज सरकार पहले कानून लायें फिर सपने दिखाए।

अतिथि शिक्षक याद क्यों नहीं आते

अतिथि शिक्षकों को लेकर भी वर्मा ने कहा कि अब ज्यातिरादित्य सिंधिया को उनकी याद नहीं आ रही। शिवराज सरकार भी प्रदेश के 70 हजार अतिथि शिक्षकों का भला नहीं करना चाहती। आज प्रदेश में शिक्षकों की स्थिति अत्यंत खराब हो गई है। कोरोना महामारी के चलते शिक्षकों को अपना पेट भरने तक की समस्या खड़ी हो गई है। आगामी 5 सितंबर को देश शिक्षक दिवस के रूप में मनाएगा लेकिन, हमारे प्रदेश में सत्तर हजार से अधिक अतिथि शिक्षक अपनी मांगों को लेकर प्रदेश में प्रदर्शन तथा आंदोलन करेंगे। यह प्रदेश के इतिहास में शर्मनाक दिन होगा।

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सिंधिया ने डील की थी

वर्मा ने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भाजपा के साथ डील करते समय प्रदेश की कमलनाथ सरकार पर विकास की अनदेखी करने का आरोप लगाया, वही सिंधिया कमलनाथ सरकार द्वारा बनाई गई 4000 करोड़ की लागत से ग्वालियर से इंदौर की सड़क का भूमि पूजन मेरी मौजूदगी में शिवपुरी में करने आए थे। यह इस बात का पुख्ता सबूत है कि सिंधिया का विरोध विकास के लिये नहीं सौदेबाजी के लिये था ।

वर्मा ने चुटकी लेते हुये कहा कि जिस भाजपा नेता ने उन्हें इंदौर भोजन पर बुलाया था, वो जजमान खुद ही बंगाल भाग गया ऐसा सम्मान पहली बार दुनिया देख रही है।

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