भोपाल के सेकंड हनी ट्रैप गैंग के लिए काम करते थे टीआई, सेटेलमेंट ना होने पर दर्ज करते थे बलात्कार का मुकदमा
भोपाल/सागर। मध्यप्रदेश का हनी ट्रैप कांड (MP Honey Trap Case) से हर कोई वाकिफ है। इसी मामले के खुलासे के बाद ही निशातपुरा पुलिस ने एक अन्य रैकेट का पर्दाफाश किया था। इस रैकेट की महिला सदस्य से हुई पूछताछ में यह सामने आया था कि वे अयोध्या नगर टीआई हरीश यादव की मदद (Honey Trap Case Effect) लिया करती थी। मदद रिकवरी न होने पर ज्यादती की एफआईआर को लेकर की जाती थी। मामले का पता चलने के बाद हरीश यादव को निलंबित (Suspend) करने का प्रस्ताव भोपाल आईजी योगेश देशमुख ने दिया था। उनके प्रस्ताव पर अब मुहर लग गई है।
हरीश यादव जिला सागर के बहेरिया थाने के टीआई हैं। वह मामले का खुलासा होने के बाद से ही थाने से गायब चल रहे थे। इस मामले में तीन सिपाही सुभाष गुर्जर, अनिल जाट और लाड सिंह पहले ही जेल जा चुके हैं। हरीश यादव का तीन माह पहले ही भोपाल से सागर तबादला हुआ था। निशातपुरा थाना पुलिस ने इस मामले में दो युवतियों आरोपी नीपा धोटे और रिजवाना को गिरफ्तार (Honey Trap Case Effect) किया था। उनसे हुई पुछताछ में ही अफसरों और पुलिस कर्मचारियों का पता चला था। डीआईजी की जांच रिपोट में यह पता चला था। इसी रिपोर्ट को आईजी योगेश देशमुख ने सागर आईजी को भेजा था। रिपोर्ट मिलने के बाद सागर आईजी ने टीआई हरीश यादव को निलंबित कर दिया है।
यह है मामला
निशातपुरा थाने में 28 अगस्त को ज्यादती का एक मामला दर्ज (Bhopal Crime) हुआ था। इसमें आरोप लगाया गया था कि शादी का झांसा देकर मनीष टहलरमानी ने उससे बलात्कार किया। पुलिस ने प्रकरण दर्ज करके आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। लेकिन, इसी बीच मामला दर्ज कराने वाली युवती की तरफ से पैसा मांगा जाने लगा। यहां से मनीष को शक गया। उसने एफआईआर दर्ज कराने वाली युवती का पूरा बायोडाटा जुटाने का काम शुरू किया। इसे लेकर वह डीआईजी सिटी इरशाद वली के पास पहुंचा। जिसके बाद इस पूरे गिरोह का (MP Honey Trap Racket) पर्दाफाश किया जा सका।
ऐसे हुई थी पहचान
पुलिस पूछताछ में मनीष टहलरमानी ने बताया कि उनकी मोबाइल शॉप है। आठ महीने पहले नीपा धोटे, रूप नारायण गिरी, दीपांकर मंडल उर्फ बाबू मेरे पास आए थे। यह लोग उससे पांच लाख रुपए मांगने लगे। रकम नहीं देने पर भाई सनी को बलात्कार के मामले में फंसाने की धमकी देने लगे। डर में आकर नीपा के खाते में मनीष ने 70—80 रुपए डाल दिए। मनीष ने बताया कि इन लोगों से पहचान सनी के माध्यम से हुई थी। सनी की इलेक्ट्रिक दुकान है जहां से वे सामान खरीदा करते थे। इसी पहचान की बदौलत उनसे मोबाइल भी किस्त में खरीदा गया था।
गिरफ्तार आरोपी रूप नारायण गिरी पिता स्वर्गीय रामसकल गिरी उम्र 44 साल निवासी विजय लक्ष्य होम्स, खजूरी कला, दीपांकर मंडल उर्फ बाबू पिता डीके मंडल उम्र 43 साल निवासी आरके इंकलेव, बागमुगालिया मिसरोद, नीपा धोटे उर्फ प्रिया उर्फ नुपूर विश्वास पुत्री सागर विश्वास उम्र 29 साल निवासी द होम्स, अयोध्या बायपास और रिवाना उर्फ आबी उर्फ रिजवाना बेग पति आसिफ उद्दीन पुत्री मशरूर बेग उम्र 22 साल निवासी नवाब कॉलोनी निशातपुरा।
महंगे होटलों में करती है जिस्मफरोशी
गिरफ्तार आरोपी नीपा और रिजवाना पहले देह व्यापार के मामले में गिरफ्तार हो चुकी है। यह आरोपी वेबसाइट और एप के माध्यम से पहले जिस्मफरोशी करती थी। इसलिए संभ्रांत परिवार के लोगों के पास यह जा चुकी थी। उनका ब्योरा जुटाकर अब उन्हें ब्लैकमेल कर रही थी। शुरूआती जांच में मालूम हुआ है कि नीपा ने जो कि मूलत: बैतूल की रहने वाली है उसने फर्जी पहचान से ज्यादती की एफआईआर दर्ज कराई थी। इसके बदले में भी लेन—देन किया गया है। इस प्रकरण की भी जांच की जा रही है। ऐसे करीब 8 से 10 मामले प्रकाश में आए हैं। इन सभी मामलों की फिर से जांच की जाएगी। प्राथमिक जांच में पुलिस को पता चला है कि आरोपी एमपी नगर की कई होटल में ग्राहकों के पास जाती थी। इन्हीं ग्राहकों में से कुछ को ब्लैकमेल किया गया है। इसके अलावा मुंबई, गोवा की होटल में ठहरने की जानकारी पुलिस के हाथ लगी है। एसपी ने बताया कि अभी आरोपियों के कब्जे से कोई सीडी बरामद नहीं हुई है।