TIT Bhopal: प्रबंधन के खिलाफ छात्रों का फूटा गुस्सा, गाड़ियां तोड़ी और कांच फोड़े

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टीआईटी छात्र का हताईखेड़ा डैम में शव मिलने के बाद मचा बवाल, रस्सी बम लगाकर किये गए धमाके, मीडिया के सवालों पर प्रबंधन ने की बदतमीजी, छात्रों को नियंत्रित करने पुलिस ने चलाई लाठियां, छात्र आंदोलित होकर और अधिक उग्र हुए

TIT Bhopal
टीआईटी कॉलेज का छात्र नयन भारद्वाज जिसका शव हथाईखेड़ा डैम में मिलने के बाद बवाल शुरू हुआ था

भोपाल। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की राजधानी भोपाल (Bhopal) के हताईखेड़ा डैम में शुक्रवार सुबह टीआईटी कॉलेज (TIT College) के लापता छात्र का शव मिलने के बाद बवाल (TIT College Riot) मच गया। छात्र के मौत के लिए गुस्साए छात्र प्रबंधन को जिम्मेदार मानकर गदर मचा रहे थे। जिस छात्र का शव मिला था उसके पिता ट्रांसपोर्ट कारोबारी है। उसकी थाने में परिजनों ने गुमशुदगी दर्ज कराई थी। परिजनों ने भी हत्या की आशंका पुलिस से जताई है।
जानकारी के अनुसार छात्र नयन भारद्वाज (Nayan Bhardwaj) 6 नवम्बर से लापता था। वह बिहार (Bihar) में भागलपुर (Bhagalpur) जिले का रहने वाला था। परिजनों ने पुलिस को बताया कि आखिरी बार उनके बेटे से उनकी बात फोन पर हुई थी। उस वक़्त वह कुछ परेशान लग रहा था। परिजनों के पूछने पर उसने कोई बात नहीं बताई थी। अचानक फोन कट गया। दोबारा परिजनों ने बेटे से संपर्क का प्रयास किया तो मोबाइल फोन बंद आ रहा था। शक होने पर परिजनों ने उसके दोस्तों से भी बात की।
दोस्तों ने बताया कि उनका बेटा कॉलेज से किसी को भी बिना कुछ बताए चला गया है। इसलिए घर वालों ने थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। आज सुबह हताईखेड़ा डैम में एक युवक की लाश तैरती नजर आई। मौके पर पहुंची पुलिस ने गोताखोरों की मदद से शव को निकाला (Dead Body Recover) गया। डैम के पास से एक बाईक भी बरामद हुई। नजदीक एक फोन भी मिला जिससे पुलिस ने उसके परिजनों से संपर्क किया।

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देखिए टीआईटी कॉलेज में हुए बवाल का पूरा लाइव वीडियो

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इस कारण था परेशान
टीआईटी कॉलेज (TIT College) के खिलाफ छात्रों में जबरदस्त गुस्सा था। उन्होंने फैकल्टी (TIT Faculty) के वाहनों और कॉलेज के शीशों को अपना निशाना बनाया। करीब दो घंटे तक बवाल मचा रहा। पुलिस छात्रों से बातचीत करने की बजाय मैनेजमेंट (TIT Management) के पास चली गई। इसके बाद छात्र उग्र हो गए। कॉलेज में रस्सी बम फोड़े जाने लगे। गदर इतना बढ़ गया था कि मौके पर गोविंदपुरा सीएसपी अमित सिंह (CSP Amit Singh) भी पहुंचे। लेकिन, छात्र बात करने के लिए राजी नहीं थे। काफी मशक्कत के बाद छात्र बात करने के लिए राजी हुए।

यह भी पढ़े नयन की मौत से पहले मृत्युंजय की इसी टीआईटी कॉलेज में इतनी बुरी हालत हुई थी। उस वक्त भी प्रबंधन ने पुलिस से मिलकर पूरे मामले से अपने आपको कैसे कर लिया था किनारे।

मीडिया को किया टारगेट
पुलिस जांच के लिए नयन के मोबाइल फोन को खंगाल रही है। इसके अलावा वह उसकी फीस फ़ाइल की भी पड़ताल कर रही है। इस बवाल (TIT Riot) की सूचना मीडिया को भी मिली थी। वह छात्रों से बातचीत के बाद प्रबंधन के पास पहुँची। छात्रों का आरोप था कि प्रबंधन नयन को परीक्षा का प्रवेश पत्र नहीं दे रहा था। इसी बात को लेकर वह परेशान चल रहा था। प्रबंधन मीडिया से बातचीत करने की बजाय उसको ही टारगेट करने लगा। मीडिया से धक्कामुक्की की गई।

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