Bhopal Crime News: 24 घंटे बीत जाने के बाद भी आरोपियों का नहीं मिला कोई सुराग
भोपाल। लुटेरे और गोली मारने वाले बदमाश पुलिस के लिए चुनौती बने हुए है। गोली मारने की घटना के 24 घंटे बीतने के बाद भी आरोपियों का कोई सुराग पुलिस के हाथ नहीं लग सका है। दोनों घटनाएं मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल (Bhopal Crime News) के शाहजहांनाबाद संभाग की है। लूट की घटना कोहेफिजा तो गोली मारने की घटना शाहजहांनाबाद इलाके में हुई थी। लुटेरे ने बैंक एजीएम के घर लूटपाट की थी। इधर, बाइक से आए दो बदमाशों ने मैकेनिक को गोली मारी थी।
पहेली मान रही पुलिस
घटना शाहजहांनाबाद स्थित इलाके में गुरूवार 28 अक्टूबर की दोपहर लगभग पौने बारह बजे हुई थी। यहां हफीज उम्र 40 साल जो मैकेनिक का काम करता है उसको गोली लगी थी। वह मॉडल ग्राउंड में रहता है। घर के बाहर ही रोड़ किनारे गाड़ियों की सर्विसिंग करता है। गोली मारने वाले बदमाश नकाबपोश थे। दोनों कुछ दूर रूके फिर कार के नीचे घुसकर उसको सुधार रहे हफीज (Hafiz) को गोली मार दी थी। यह गोली उसके पेट में लगी थी। उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है।
कोई जवाब ही नहीं पुलिस के पास
जांच अधिकारी एएसआई मोहन गौर (ASI Mohan Gour) ने बताया हफीज की हालत देखते हुए देर रात डॉक्टरों ने उसका आॅपरेशन किया। घटना के बाद हफीज की पत्नी और उसके बयान लिए गए है। परिजनों को किसी भी व्यक्ति पर कोई शक नहीं है। किसी ने कोई दुश्मनी भी नहीं बताई है।पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी की तलाश कर रही है। लेकिन, 24 घंटे बीत जाने के बाद भी आरोपियों के संबंध में कोई सुराग पुलिस के हाथ नहीं लगा है।
तीन दिन पहले हुई थी लूट
कोहेफिजा थाना पुलिस ने बताया कि संतोष कुमार नेमा (Santosh Kumar Nema) पिता कतरूलाल उम्र 76 साल के घर लूटपाट हुई थी। वे हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में पत्नी बेटे के साथ रहते है। संतोष स्टेट बैंक से रिटायर्ड एजीएम हैं। संतोष सुबह साढ़े पांच बजे स्कूटी से वीआईपी रोड़ रोजाना घूमने जाते हैं। घटना वाली सुबह भी संतोष घर का दरवाजा बाहर से लगाकर घूमने गए थे। उसके जाते ही एक लड़का घर के मेन गेट खोलकर अंदर दाखिल हुआ था। उसने सभी कमरों की तलाशी लेने के बाद पत्नी आशा रानी के कमरे में पहुंचा था। आवाज सुनकर आशा रानी की नींद खुल गई थी। उन्होंने शोर मचाया जिससे बेटा मनीष जा गया।
यह भी पढ़ें: इस बहरुपिए आईपीएस अफसर की कहानी पढ़ लीजिए, यदि आपके पास है तो अभी सचेत हो जाए नहीं तो पछताना पड़ेगा
तीन दिन बाद कोई सुराग नहीं
संतोष ने बताया कि मनीष चोर को पकड़ने के लिए भागा भी था। लेकिन, आरोपी मौके से फरार हो गया था। चोर ने घटना स्थल से मोबाइल फोन और 25 हजार रूपए का सामान चोरी किया था। पुलिस ने इस मामले में लूट की बजाए चोरी का मुकदमा दर्ज किया है। घटना के सीसीटीवी फुटेज भी मिले थे। जिसमें आरोपी साफ—साफ दिखाई दे रहा है। तीन दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस आरोपी का कोई पता नहीं लगा पाई। इस घटना के बाद पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने लुटेरे पर 10 हजार रूपए का इनाम भी घोषित किया है।
खबर के लिए ऐसे जुड़े
हमारी कोशिश है कि शोध परक खबरों की संख्या बढ़ाई जाए। इसके लिए कई विषयों पर कार्य जारी है। हम आपसे अपील करते हैं कि हमारी मुहिम को आवाज देने के लिए आपका साथ जरुरी है। हमारे www.thecrimeinfo.com के फेसबुक पेज और यू ट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें। आप हमारे व्हाट्स एप्प न्यूज सेक्शन से जुड़ना चाहते हैं या फिर कोई घटना या समाचार की जानकारी देना चाहते हैं तो मोबाइल नंबर 9425005378 पर संपर्क कर सकते हैं।