Bhopal News: रील बनाते वक्त हुए हादसे के कारण मौत के एक मामले से प्रदेश के दो मंत्रियों के बंगलों की दबी हुई कहानी फिर जिंदा हो गई, जानिए एक—एक सच
भोपाल। युवाओं में सोशल मीडिया का क्रेज कई बार उनकी जान का दुश्मन बन जाता है। ऐसा ही एक मामला भोपाल (Bhopal News) शहर में सामने आया था। इस घटना की जांच टीटी नगर थाना पुलिस कर रही थी। हादसा उस वक्त हुआ था जब मोपेड सवार वाहन चलाते हुए वीडियो पर रील बना रहा था। उसके साथ दो अन्य नाबालिग भी मोपेड पर सवार थे। पुलिस ने जांच के बाद हादसे में मरने वाले नाबालिग को दुर्घटना के लिए जिम्मेदार माना है।
मंत्री के उस बंगले की फिर कहानी हो गई ताजा
टीटी नगर (TT Nagar) थाना पुलिस के अनुसार यह दुर्घटना 14—15 जून की दरमियानी रात हुई थी। इस हादसे में तनमय उर्फ कृष्णा (Tanmay@Krishna) पिता अजय उम्र 16 साल जख्मी है। उसने पुलिस को बताया कि वह शिवाजी नगर स्थित नूतन कॉलेज (Nutan College) के नजदीक सरकारी आवास के पीछे बनी बस्ती में रहता है। तनमय वर्मा उर्फ कृष्णा वर्मा (Tanmay Verma@Krishna Verma) ने मॉडल स्कूल (Model School) में कक्षा दसवीं का छात्र हैं। घटना वाले दिन उसके साथ उसकी बुआ संगीता वर्मा का बेटा राज वर्मा (Raj Verma) था। उसने बताया घटना वाले दिन एक्टिवा एमपी—04—एसएच—4723 को राज वर्मा पिता स्वर्गीय लालू प्रसाद वर्मा उम्र 20 साल चला रहा था। वह भी उसके घर के पास ही रहता है। एक्टिवा भी बुआ के बेटे की थी। मामले की जांच कार्यवाहक एएसआई चंद्रभान सिंह गुर्जर (ASI Chandrabhan Singh Gurjar) कर रहे हैं। इस जांच के बाद पुलिस ने 15 जून को 279/24 धारा 279/337/304—ए (लापरवाही से वाहन चलाकर हुई दुर्घटना में जख्मी करना और हादसे में मौत का मामला) दर्ज कर लिया गया है। घटना के वक्त राज वर्मा का दोस्त रंजीत उर्फ बिट्टू भी था। तीनों न्यू मार्केट (New Market) की तरफ जा रहे थे। तभी चौहत्तर बंगले में स्थित बी—10 के सामने एक्टिवा पर रील बनाते वक्त वह असंतुलित हो गई और डिवाइडर से टकरा गई। जिस कारण डिवाइडर पर रखे गमले से राज वर्मा का सिर टकरा गया। हादसे में उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी। उसके परिजनों को हादसे की जानकारी बिट्टू ने फोन पर दी थी। उल्लेखनीय है जिस बंगले के सामने यह सड़क हादसा हुआ वह पहले महिला एवं बाल विकास मंत्री को आवंटित हुआ। इससे पहले यह बंगला नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय को आवंटित होने वाला था। लेकिन, दोनों ही मंत्रियों ने अलग—अलग कारणों से यहां अपना आशियाना नहीं बनाया।
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