JK Hospital Update News: आधी रात को पुलिस को चकमा देेकर भागा, अदालत में लगाई अग्रिम बैल की अर्जी
भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की ताजा न्यूज जेके अस्पताल (JK Hospital Update News) की मिल रही है। यहां अस्पताल का आईटी मैनेजर आकाश दुबे पुलिस को चकमा देने में कामयाब रहा। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की एक टीम ने मंगलवार—बुधवार की दरमियानी रात लगभग तीन बजे एक जगह दबिश दी थी। पुलिस की दबिश की भनक उसको पहले ही लग गई थी। वह वहां से भागने में कामयाब रहा।
अर्जी के बाद मिला सुराग
पुलिस सूत्रों के अनुसार आकाश दुबे (Akash Dubey) ने जिला अदालत में अग्रिम जमानत के लिए अर्जी लगाई है। जिसके बाद पुलिस को मुखबिरों से उसके एक संभावित ठिकाने की जानकारी लगी। इस जानकारी पर रणनीति बनाकर पुलिस दबिश देती। उससे पहले यह जानकारी पुलिस तक पहुंच गई है उसकी भनक उसको लग गई। वह उस जगह से चकमा देकर भागने में कामयाब रहा। इधर, पुलिस की एक दूसरी टीम आरोपी आकाश दुबे की अग्रिम जमानत अर्जी पर विरोध करने की तैयारी कर रही है। इसके लिए जिला अभियोजन अधिकारियों की मदद ली गई है। उल्लेखनीय है कि आकाश दुबे ने दो दिन पहले भी अपना सोशल अकाउंट बंद कर दिया था। उसकी आईडी में जाकर कई लोग अभद्र भाषा में उसको गालियां दे रहे थे।
क्या है मामला
कोलार थाना पुलिस ने 13 मई को सिग्नेचर 99 कॉलोनी के पास से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था। आरोपियों में आकर्ष सक्सेना (Akarsh Saxena), दिलप्रीत सलूजा और उसका चचेरा भाई अंकित सलूजा (Ankit Saluja) थे। आकर्ष सक्सेना होम्योपैथिक की क्लीनिक चलाता है। तीनों ने बताया था कि आरोपियों ने आकाश दुबे से करीब एक महीने के भीतर में 20—22 इंजेक्शन रेमडेसिविर के खरीदे थे। इस मामले में एसपी साई कृष्णा थोटा ने अस्पताल से इंजेक्शन के रिकॉर्ड मांगे थे। यह रिकॉर्ड भी अस्पताल ने अब तक पुलिस को नहीं दिए हैं।
जेके अस्पताल पर मेहरबानी
जेके अस्पताल एक महीने से सुर्खियों में है। यहां की एक नर्स शालिनी वर्मा (Shalini Verma), उसके प्रेमी झलकन सिंह मीणा (Jhalkan Singh Meena) को कोलार पुलिस ने ही दबोचा था। यह दोनों भी रेमडेसिविर इंजेक्शन बेच रहे थे। जबकि आकर्ष दुबे को क्राइम ब्रांच के एसआई एमडी अहिरवार (SI MD Ahirwar) और हरिकिशन वर्मा (SI Harikishan Verma) ने भी पकड़ लिया था। लेकिन, दोनों ने ढ़ाई लाख रुपए लेकर उसको छोड़ दिया था। इन आरोपों की जांच अलग से की जा रही है। इन सबके बीच आकाश दुबे को जेके अस्पताल प्रबंधन बचाने का भरसक प्रयास कर रहा है। दरअसल, उसके पास अस्पताल से जुड़े कई राज है। वहीं पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस केस में अस्पताल के दूसरे बड़े चेहरे भी बेनकाब होंगे।