Bhopal Cheating Case: चार साल पहले हुई थी जालसाजी की घटना
भोपाल। दूसरे के प्लॉट को अपना बताकर तीन जालसाजों ने उसको बेच दिया। घटना मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल (Bhopal Cheating Case) की है। चार साल पहले हुई इस घटना की एफआईआर पुलिस ने दर्ज कर ली है। मामले से जुड़े आरोपी फिलहाल फरार है।
दूसरे के प्लॉट को बेचा
घटना छोला मंदिर थाना क्षेत्र स्थित प्रीत नगर इलाके की है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 420/34 (जालसाजी और एक से अधिक आरोपी) का मुकदमा दर्ज किया है। आरोपी रणजीत सिंह (Ranjeet Singh), राजेन्द्र कुमार बसोड़ और रोहित सोलंकी (Rohit Solanki) है। आरोपियों ने मई, 2016 में करीब साढ़े चार लाख रुपए में प्लॉट बेच दिया था। यह प्लॉट बुधवारा निवासी सुनील कुमार खटीक (Sunil Kumar Khatik) ने खरीदा था। खटीक की घोड़ानक्कास में स्टेशनरी की दुकान है। उसने रजिस्ट्री से पहले प्लॉट पर जाकर फोटो भी खिचाया। अगले दिन जब वह प्लॉट पर पहुंचा तो वह देखकर हैरान रह गया।
वास्तविक मालिक ने दिखाए दस्तावेज
प्लॉट का वास्तविक मालिक राजेन्द्र कुमार अग्रवाल (Rajendra Kumar Agrawal) है। वह अपने प्लॉट पर काम करा रहा था। तभी सुनील कुमार खटीक वहां आ पहुंचा। जिसके बाद दोनों ने प्लॉट पर मालिकाना हक जताते हुए पुलिस से शिकायत की थी। जांच में पता चला कि आरोपी राजेन्द्र कुमार बसोड (Rajendra Kumar Basore) का न होकर वह राजेन्द्र कुमार अग्रवाल का था। जिसको आरोपियों रणजीत सिंह और रोहित सोलंकी ने बेचा था। राजेन्द्र की मां लीला बाई के नाम पर प्लॉट बताकर उसकी रजिस्ट्री रणजीति सिंह ने कराई थी। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच अभी चल रही है।
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