भाजपा ने की प्रज्ञा के बयान की कड़ी निंदा, कहा सार्वजनिक रूप से माफी मांगो
भोपाल। भोपाल लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी प्रज्ञा ठाकुर (Pragya Thakur) ने एक बार फिर ऐसा बयान दिया है। जिस पर वे विवादों में घिर सकती है। इस बार प्रज्ञा ठाकुर ने नाथूराम गोड़से का पक्ष लिया है। हाल ही में एक बार फिर गोड़से पर विवाद की शुरुआत एक्टर से राजनीतिक बने कमल हासन के बयान से हुई है। उन्होंने नाथूराम गोडसे को देश का पहला आतंकी करार दिया था। हासन ने कहा था कि आजाद भारत का पहला आतंकी हिंदू था।
#WATCH BJP Bhopal Lok Sabha Candidate Pragya Singh Thakur says 'Nathuram Godse was a 'deshbhakt', is a 'deshbhakt' and will remain a 'deshbhakt'. People calling him a terrorist should instead look within, such people will be given a befitting reply in these elections pic.twitter.com/4swldCCaHK
— ANI (@ANI) May 16, 2019
गोड़से पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए प्रज्ञा ने कहा कि ‘’ नाथूराम गोड़से देशभक्त थे, हैं और रहेंगे। उनको आतंकवादी कहने वाले लोग स्वयं के गिरेबान में झांककर देखें। अबकी चुनाव में ऐसे लोगों को जवाब दे दिया जाएगा।
12 मई को मक्कल निधि मय्यम (एमएनएम) पार्टी के संस्थापक और अभिनेता कमल हासन ने कहा था कि ‘‘आजाद भारत का पहला आतंकी हिंदू था। उसका नाम नाथूराम गोडसे था। यहीं से आतंक की शुरुआत हुई थी।’’
इसके बाद से भाजपा, अन्नाद्रमुक, संघ और हिंदू महासभा हासन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। बुधवार को तमिलनाडु के मदुरै में कमल हासन पर चप्पल फेंकी गई। हालांकि, चप्पल उन्हें नहीं लगी। मामले में एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है।
बीजेपी ने किया किनारा
बीजेपी ने साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के बयान की कड़ी निंदा की है. बीजेपी प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा, ‘साध्वी प्रज्ञा के बयान से बीजेपी सहमत नहीं है. हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं. इस मामले में पार्टी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर से स्पष्टीकरण मांगेगी. उनको अपने इस बयान के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए.’ भाजपा नेता प्रज्ञा ठाकुर ने ये बयान आगर-मालवा में उस वक्त किया जब वो रैली में शामिल हो रही थी।
कांग्रेस का वार
वहीं प्रज्ञा के बयान पर दिग्विजय सिंह ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि ” इस मामले में मोदी जी, अमित शाह जी और राज्य भाजपा को अपने बयान देने चाहिए और राष्ट्र से माफी मांगनी चाहिए। मैं इस कथन की निंदा करता हूं, नाथूराम गोडसे एक हत्यारा था, उसकी महिमा करना देशभक्ति नहीं है, यह देशद्रोह है”