BHIND CRIME : दबंगों ने महिला से ज्यादती की कोशिश की, विरोध करने पर बेरहमी से पीटा

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BHIND CRIMEदबंगों के खिलाफ बोलने पर पति ने भी घर से निकाला, उत्तर प्रदेश के इटावा में मजदूरी करने को मजबूर, पुलिस ने दर्ज नहीं की थी एफआईआर अब बोल रही है मामले को दिखवाते हैं

भिंड/इटावा। मध्यप्रदेश (Bhind crime) के मुख्यमंत्री कमलनाथ, डीजीपी वीके सिंह समेत रेंज के आला अफसर महिला हिंसा पर संवेदनशील होने का दावा कर रहे हैं। लेकिन, मैदानी सच्चाई कुछ दूसरी ही सामने आ रही है। भोपाल के कमला नगर इलाके में जिस तरह से पुलिस ने एक बच्ची के परिवार के साथ व्यवहार किया वैसा ही व्यवहार भिंड की रहने वाली महिला से किया गया। दबंगों के खिलाफ बोलने पर जहां उसको थाने से मदद नहीं मिली वहीं उसे घर से भी बेदखल कर दिया गया। अब वह उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में मजदूरी करने के लिए मजबूर हैं।

घर-खेती होने के बावजूद एक साड़ी में महिला
जानकारी के अनुसार भिंड (Bhind crime) जिले के गोरमी थाना क्षेत्र की रहने वाली महिला के चार बच्चे हैं। बड़ी बेटी और बेटे की शादी हो चुकी है। परिवार में पति के अलावा दो बच्चे हैं। घर के नजदीक ही जेठ भी रहता है। महिला का आरोप है कि जेठ भी उन्हीं दबंगों से मिला हुआ है। महिला ने आरोप हल्के भदौरिया नाम के व्यक्ति पर लगाया है। महिला का आरोप है कि हल्के ने उससे अभद्रता करने की कोशिश की थी। जब उसने विरोध किया तो उसे बेरहमी से पीटा गया। पति इन दबंगों से डरता है। क्योंकि यह लोग अवैध हथियार और मादक पदार्थों (Bhind crime) की तस्करी करते हैं। पति ने मुझे घर से निकाल दिया। इस कारण मुझे उत्तर प्रदेश के इटावा में आना पड़ा। यहां उसके मायके के रिश्तेदारों के घर पनाह लेनी पड़ी है। महिला का कहना है कि जिस दिन से मैं घर से निकली हूं एक ही साड़ी में ही हूं। मेरे साथ बदसलूकी करने वालों को सख्त सजा दिलाने की उसने मांग की है।

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दूसरे मजदूर उसके साथ आए
महिला इटावा में हैं और वह अपने आपको असुरक्षित (Bhind crime) महसूस कर रही है। इसलिए उसने इटावा के मीडिया में जाकर भी मदद मांगी। जिसके बाद मामला भिंड तक वापस पहुंचा। महिला थाने में शिकायत दे चुकी थी। लेकिन, पुलिस ने कार्रवाई करने की बजाय अहस्तक्षेप योग्य अपराध बताकर थाने से भगा दिया। इस मामले में गोरमी थाना प्रभारी से प्रतिक्रिया चाही गई तो उन्होंने पूरा मामला समझाने के लिए कहा। जब उन्हें पूरी कहानी बताई गई तो वे कहने लगे मैं मामले को दिखाता हूं और महिला के परिवार से संपर्क करता हूं। कब तक के सवाल पर वह खामोश हो गए। एसपी भिंड (Bhind crime) रूडोल्फ अवकाश पर चल रहे हैं। उनका प्रभार देख रहे एएसपी संजीव कंचन से प्रतिक्रिया की कोशिश की गई तो कार्यालय में फोन रिसीव नहीं किया गया।

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