पुलिस ने 4 दिन में सुलझाई अंधे कत्ल की गुत्थी
धार। Dhar Murder Case अमझेरा (Amjhera) थाना इलाके के हनुमंत्याकाग में हुई हत्या की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिए है। 13 मार्च को पुलिस ने पीपल के पेड़ से लटकती लाश बरामद की थी, जिसकी शिनाख्त अंतर सिंह नाम के युवक के तौर पर हुई थी। शुरुआत में लग रहा था कि अमर सिंह (Amar Singh) ने आत्महत्या की होगी। लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद साफ हो गया था कि अमर सिंह की हत्या कर उसके शव को पेड़ पर लटकाया गया था। जिसके बाद से ही पुलिस इस अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझाने में जुटी थी। एसपी आदित्य प्रताप सिंह ने एएसपी देवेंद्र पाटीदार के नेतृत्व में एसडीओपी ऐश्वर्य शास्त्री और अमझेरा थाना प्रभारी रतनलाल मीणा को जांच सौंपी थी।
प्राथमिक जांच में पुलिस को पता चला कि अंतर सिंह गुजरात में मजदूरी करता था। वो 9 मार्च को ही अपने गांव हनुमंत्याकाग लौटा था। अंतर सिंह शादीशुदा था, लेकिन उसकी पत्नी शांतिबाई उसके साथ नहीं रहती थी। वो अपने पिता केरमा भील के घर सरदारपुर थाना इलाके कंजरोटा गांव में ही रहती थी। अंतर सिंह कई बार अपनी पत्नी को घर वापस लाने की कोशिश कर चुका था। लेकिन उसका ससुर केरमा राजी नहीं था। इस बात को लेकर ससुर-दामाद के बीच अक्सर विवाद होता रहता था।
12 मार्च को अंतर सिंह एक बार फिर अपनी ससुराल गया था। शराब के नशे में धुत अंतर सिंह ने पत्नी शांतिबाई को साथ चलने को कहा। लेकिन ससुर फिर बीच में आ गया। अंतर सिंह ने शादी में दिए गहने लौटाने की बात कही, जिस पर उसका ससुर से विवाद हो गया। केरमा ने अंतर सिंह से मारपीट की और उसे भगा दिया।
जिसके बाद अंतर सिंह अपने गांव लौट रहा था। लेकिन केरमा भील ने रास्ते में एक बार फिर अंतर सिंह को रोक लिया। उसके साथ दोबारा मारपीट की और गला घोंट दिया। जिसके बाद उसने अंतर सिंह की लाश को ठिकाने लगाने की साजिश रची। केरमा अपने दूसरे दामाद चेन सिंह के घर गया और उसे भी साजिश में शामिल कर लिया। दोनों आरोपी अंतर सिंह की लाश को लेकर मांगीलाल के खेत पर पहुंचे और अर्जुन नाम के युवक की मदद से लाश को पीपल के पेड़ से लटका दिया। आरोपियों की सोच थी कि हत्या का राज खुला भी तो शक मांगीलाल पर जाएगा। लेकिन ऐसा नहीं हुआ, पुलिस तफ्तीश में मामला साफ हो गया।