Sidhhanta Red Cross Hospital में लोगों की मदद से रेस्क्यू करके बचाया गया, वृद्ध की हालत नाजुक
भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल ताजा समाचार शिवाजी नगर स्थित सिद्धांता रेडक्रास अस्पताल (Sidhhanta Red Cross Hospital) से एक वृद्ध ने छलांग लगा दी। इस मामले में अस्पताल पूरी घटना को संदेहास्पद बताकर छुपा रहा है। दरअसल, अस्पताल में स्वस्थ्य मरीजों के मुकाबले कोविड पेशेंट की संख्या ज्यादा है। ऐसे में प्रबंधन मुश्किल में आ सकता है क्योंकि मरीजों को भर्ती करने की अनुमति प्रशासन से अभी नहीं मिली है। यह बात उजागर न हो जाए इसलिए घटना पर पर्दा डाला जा रहा है।
सामान्य मरीज के संसाधन दूसरे मरीजों को
सूत्रों ने बताया कि 80 वर्षीय बुजुर्ग ने आत्महत्या का प्रयास किया। वह अस्पताल के आईसीयू में भर्ती था। वहां उसका कोरोना सैंपल भेजा गया था। उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई। इस बात से वह सदमे में आ गया। वह आईसीयू की पहली मंजिल से पीछे की तरफ उसने छलांग लगा दी। लेकिन, वह जख्मी हो गया। इधर, पता चला है कि अस्पताल में 50 बेड है। इसमें से 40 बेड में कोरोना के मरीज भर्ती है। इसलिए अस्पताल में सामान्य मरीज को संक्रमण का खतरा ज्यादा रहता है। इसके अलावा आईसीयू मरीजों के संसाधन कोविड मरीजों में इस्तेमाल करने की खबरें मिल रही है।
संचालक बोले निरीक्षण कर ले
इस मामले में डॉक्टर सुबोध वार्ष्णेय से प्रतिक्रिया ली गई। उन्होंने अस्पताल में वृद्ध के कूदने की बात से इंकार कर दिया। बार—बार बस वे यही दोहराते रहे कि आप आकर निरीक्षण कर ले। इस दौरान उन्होंने कोविड मरीजों से संबंधित प्रश्न सामने आने ही नहीं दिया। यह बातचीत तीन बार के प्रयास में की जा सकी। दो बार वे अस्पताल में डॉक्टरों की ड्यूटी और दूसरी व्यवस्थाओं को लेकर निर्देश देते हुए सुनाई दिए।