BDA Property Encroachment: शिकायत पर निवारण करने की बजाय कब्जाधारी को हटाने की बजाय न्यूज वेबसाइट के रिपोर्टर का मोबाइल नंबर देकर भोपाल विकास प्राधिकरण के अफसर वापस लौट आए
भोपाल। आप यकीन नहीं करेंगे लेकिन यह अतिक्रमण अधिकारी पिछले डेढ़ दशक से एक ही कुर्सी पर बखूबी जमे हैं। यह अफसर भोपाल विकास प्राधिकरण (BDA Property Encroachment) में तैनात है। अफसर कितने काबिल है इसकी पूरी जानकारी आपको समाचार पढ़ने से पता चलेगी। मामला शाहपुरा में स्थित ईश्वर नगर में किए गए कब्जे से जुड़ा है। जिसकी शिकायत रहवासियों ने पिछले तीन महीने से कई मंचों पर की है। पहले इन शिकायतों को दबाए रखा गया। जब हमने इस मामले की पड़ताल करके स्टोरी की तो अतिक्रमण अधिकारी ने बहुत सारी लापरवाहियां करते हुए बीडीए की संपत्ति को विवादित बनाने का षडयंत्र किया। इन आरोपों से संबंधित हमारे पास कॉल रिकॉर्डिंग मौजूद हैं।
यह है पूरा मामला
ईशवर नगर स्थित भोपाल विकास प्राधिकरण के तीन प्लॉट को लेकर विवाद हुआ था। यह विवाद दूरसंचार कॉलोनी बनाम बीडीए के बीच था। जिसमें बीडीए ने लगभग दो साल पहले न्यायालय के जरिए संपत्ति को अपने नाम कराया। जिसके बाद तीन प्लॉट काटकर नए सिरे से बेचे गए। इन्हीं प्लॉट के नक्शे में मेन रोड से सटी जमीन को रिक्त भूमि बताया गया था। यह जानकारी संपत्ति खरीदने वाले प्लॉट मालिकों के नक्शे में भी मौजूद है। इसी रिक्त भूमि पर इस वक्त पवन ट्रेडर्स नाम सीमेंट की दुकान चल रही है। इसी दुकान को लेकर रहवासियों ने पिछले तीन महीने से भोपाल कमिश्नर, कलेक्टर, नगर निगम कमिश्नर के अलावा बीडीए के सीईओ से की थी। लेकिन, शिकायत का निवारण बीडीए की तरफ से नहीं किया गया। यह बात हमें पता चली तो रहवासियों से बातचीत के बाद सच्चाई की पड़ताल की गई। इस विषय पर हमने पहली रिपोर्टिंग 27 दिसंबर को की गई थी। करोड़ों रुपए की इस संपत्ति पर बंदरबाट लंबे अरसे से चल रही है।
यह बोलकर अपना बचाव किया
बीडीए जनसपंर्क अधिकारी विभा शर्मा ने इस मामले में पहले कई तकनीकी पेंच बताए थे। उन्होंने बताया कि शिकायत का तकनीकी परीक्षण टेक्निकल विंग करती है। जिसके बाद अतिक्रमण विरोधी हमले को उसको हटाने के लिए नोटिस दिया जाता है। पहली किस्त के बाद अतिक्रमण अधिकारी टीसी दास ने हमें बताया कि 23 दिसंबद को अतिक्रमण हटाने का आदेश जारी हो गया है। जब हमने उस आदेश की कॉपी मांगी तो तीन दिनों तक उन्होंने कार्यालय बुलाकर रिपोर्टर को कई तरह के तर्क दिए गए। आखिरकार 10 जनवरी को टीसी दास ने बताया कि टीम अतिक्रमण हटाने मौके पर जा रही है। उस स्थान पर जाने के बाद उन्होंने रिपोर्टर को बताया कि उक्त जमीन दूरसंचार कॉलोनी की है। टीसी दास भोपाल विकास प्राधिकरण के अतिक्रमणा विरोधी अमले के प्रभारी है। वे पिछले डेढ़ दशक से एक ही जगह पर भी जमे हैं। हालांकि इतने लंबे समय तक एक ही जगह पर तैनात रहने की वजह विभाग के किसी भी अफसर ने नहीं बताई।
क्या बीडीए ने संपत्ति बेचने गलत नक्शा बनाया
ताजा आदेश के बाद बीडीए के अफसर नए विवादों में आ गए हैं। हालांकि इस संबंध में दस्तावेज कुछ ओर कहानी बता रहे हैं। जिस भूमि को बीडीए दूरसंचार कॉलोनी की बता रहा है उसमें दुकान चल रही है। विभा शर्मा ने तकनीकी शाखा से नक्शे के निरीक्षण के बाद कार्रवाई करने की जानकारी दी थी। जिसके बाद अतिक्रमण हटाने का आदेश जारी हुआ था। यह बात भी टीसी दास ने बताई थी। अब एक नए तथ्य ने बीडीए की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। हमारी तरफ सरकारी संपत्ति का पता लगाने की कार्रवाई जारी रखी जाएगी। इस संबंध में वास्तविकता का पता लगाने के लिए नगर निवेश संचालनालय से पत्राचार किया जा रहा है। इधर, जिस जगह को लेकर शिकायत की जा रही है उन्हें रिपोर्टर का नंबर टीसी दास देकर आए। जिन्होंने फोन करके बताया कि उक्त संपत्ति (BDA Property Encroachment) दूरसंचार कॉलोनी की है। हालांकि दस्तावेज मांगने पर वे पेश नहीं कर सके।
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