जैन समाज के लोहा व्यापारी के नौकर को दिया था विकलांग सपेरे ने पत्र, सपेरे को भी आरोपी बनाया गया, सीसीटीवी फुटेज से खुला राज
छतरपुर। भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (NSUI) का एक कार्यकर्ता फिरौती मांगने के मामले में गिरफ्तार हुआ है। उसने छतरपुर (Chhatarpur Crime) में जैन समाज के लोहा कारोबारी से रकम मांगी थी। सीसीटीवी फुटेज की मदद से मिले सुराग के बाद पुलिस इस मामले को सुलझाने में कामयाब हो पाई।
यह मामला सबसे पहले एसपी तिलक सिंह के पास पहुंचा था। शिकायत लोहा कारोबारी पियूष जैन ने की थी। यह धमकी 23 अगस्त को मिली थी। धमकी एक चिट्ठी (Extortion Letter) के माध्यम से मिली थी जो उनके नौकर को दी गई थी। पत्र में कहा गया थवा कि 35 लाख रुपए न चुकाने पर पियूष जैन की हत्या कर दी जाएगी। आरोपी ने पत्र में ही पियूष के पिता की मौत को भी याद करने के लिए कहा था। पियूष पत्र पढ़ने के बाद घबरा गए थे। दरअसल, अक्टूबर, 2018 में पिता की वाकई में हत्या हुई थी। लेकिन, इस मामले में आरोपी उनका नौकर ही था। रकम 23 अगस्त को चौबे कॉलोनी के नजदीक ज्ञानदीप स्टेशनरी पर बुलाया गया था। अगले दिन उसे छतरपुर—ग्वालियर बस में सवार होने के निर्देश मिले थे। रकम दो हजार रुपए में देने के लिए कहा गया था। इसके अलावा बैग को बस की रैक में छोड़कर जाने के लिए कहा गया था।
ऐसे खुला राज
इस मामले की पड़ताल के लिए सिविल लाइन थाना प्रभारी अरविंद सिंह दांगी समेत अन्य अफसरों के साथ एक टीम बनाई गई। इसमें सबसे पहले उस व्यक्ति की जानकारी जुटाई गई जो चिट्ठी देने आया था। शहर के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए। इसमें पुलिस को कामयाबी मिली। वह व्यक्ति बरकौहा में रहने वाला महेश सपेरा निकला। महेश एक हाथ से विकलांग भी है। उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो उसने बताया कि उसे 100 रुपए देकर चिट्ठी देने के लिए प्रशांत पाठक ने कहा था।
इन कारणों से धमकाया
सिविल लाइन थाना (Chhatarpur Crime) पुलिस ने महेश के बाद प्रशांत पाठक को भी हिरासत में लिया। आरोपी प्रशांत छतरपुर के चौबे कॉलोनी में रहता है। प्रशांत एनएसयूआई का कार्यकर्ता भी है। उसके खिलाफ सिविल इंजीनियर ने भी 22 लाख रुपए की ठगी करने की शिकायत की थी। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल में दाखिल कर दिया है। आरोपी प्रशांत ने पुलिस को पूछताछ में बताया है कि उस पर कर्ज हो गया था। इसलिए उसने यह षड़यंत्र बनाया था।