एक सप्ताह के भीतर में दो जगहों में हुई वारदात, सुरक्षा एजेंसियों को किया गया तैनात
भोपाल। प्रदेश में एक खतरनाक (ATM in Threat) गिरोह ने प्रवेश किया है। यह गिरोह बम धमाके करके एटीएम लूट रहा है। इस कारण डीजीपी वीके सिंह ने आतंक निरोधी दस्ते (ATS) को एक्टिव कर दिया है। बात हो रही है एक सप्ताह के भीतर एटीएम में हुई दो वारदातों की। दोनों घटनाओं में तरीका एक जैसा हैं। इसलिए इस मामले में सुनियोजित षडयंत्र का शक मध्यप्रदेश पुलिस की जांच एजेंसियों को हैं। हालांकि इस मामले में आधिकारिक पुष्टि अभी होना बाकी हैं।
जानकारी के अनुसार प्रदेश के दो जिलों में लगे (ATM in Threat) एटीएम में असामान्य घटना हुई है। इन दोनों घटनाओं में बारूद का इस्तेमाल किया गया है। यह बारूद एटीएम को उड़ाने के लिए किया गया है। यह घटना जबलपुर और खरगोन जिले में हुई है। दोनों घटनाओं में ज्यादा अंतर भी नहीं हैं। खरगोन में हुई घटना 1 जून को हुई थी जबकि जबलपुर में हुई (ATM in Threat) घटना 6 जून को अंजाम दी गई। दोनों घटनाओं में एटीएम को उड़ाने के लिए बारुद का इस्तेमाल किया गया है। सूत्रों के अनुसार पुलिस मुख्यालय ने इस मामले में जिलों से रिपोर्ट मांगी थी। रिपोर्ट के अध्ययन के बाद डीजीपी वीके सिंह ने मामले को एटीएस को सौंपने का निर्णय लिया। अब इस (ATM in Threat) मामले की जांच एटीएस भी कर रही है। वह घटनाओं में आतंकी कनेक्शन तलाश रही है। जिसके लिए आस-पास जिलों के अलावा राज्यों से मिली रिपोर्ट का अध्ययन कर रही है।
ऐसे हुई थी घटना
जबलपुर के पाटन के (ATM in Threat) नूनसर इलाके में बदमाशों ने बैंक ऑफ महाराष्ट्र के एटीएम को निशाना बनाया। यहां धमका करके बदमाश छह लाख रुपए से अधिक की रकम लेकर भाग गए। धमाके की वजह से करीब तीन लाख रुपए के नोट जल भी गए। इस घटना के बाद एसपी जबलपुर अमित सिंह ने चौकी प्रभारी कोमल बागरी समेत तीन लोगों को सस्पेंड कर दिया था। इससे पहले (ATM in Threat) खरगोन के मगरखेड़ी इलाके में बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम को निशाना बनाया गया था।
पीएचक्यू ने अलर्ट जारी किया
दोनों वारदातों (ATM in Threat) में कई चीजें एक जैसी पाई जा रही है। वारदात में दो से तीन आरोपी पाए जा रहे हैं। इसके अलावा दोनों वारदात आउटर में अंजाम दी गई है जो शहर से बाहर निकलने के लिए बायपास के नजदीक आता है। इस गिरोह की गतिविधि को लेकर (ATM in Threat) सभी जिलों के एसपी को अलर्ट भी किया गया है। मुख्यालय ने कहा है कि ऐसे एटीएम जो बायपास या फिर आउट साइड है उनकी चौकसी बढ़ाई जाए। इसके अलावा पेट्रोलिंग भी बढ़ाया जाए।
इससे पहले कहां
एटीएम में (ATM in Threat) अब तक गैस कटर से वारदात, हैंग करके या फिर कार्ड क्लोनिंग करके वारदात की गई है। लेकिन, यह पहली बार है कि जिसमें बारूद का इस्तेमाल किया गया है। इस कारण जांच एजेंसियों के भी कान खड़े हो गए हैं। वारदात के बाद सभी पुलिस अफसरों ने यह पता लगाया कि इससे पहले (ATM in Threat) कहां-कहां बारुद लगाकर एटीएम उखाड़ा गया। अब तक की जांच में राजस्थान के अजमेर जिले में भी यह वारदात होना पाया गया है। इसलिए मध्यप्रदेश पुलिस राजस्थान पुलिस से भी मदद ले रही है।