Fake Transport Scam: सरकारी विभागों में वाहन लगाकर फायदा पहुंचाने वाले गिरोह का भंड़ाफोड़

Share

Fake Transport Scam: चार सदस्यों को गिरफ्तार करके बरामद की 13 चार पहिया वाहन

Fake Transport Scam
वाहनों का गबन करने वाले गिरोह का खुलासा करने वाली टीम के साथ एएसपी दिनेश कौशल।

भोपाल। सरकारी विभागों में वाहन अटैच (Fake Transport Scam) कराने के बाद फायदा पहुंचाने का लालच देकर उसे ले भागने वाले गिरोह का पुलिस ने ​खुलासा कर दिया है। इस गिरोह को लेकर 20 हजार रुपए का इनाम भी घोषित था। आरोपियों के कब्जे से 13 कारें बरामद हुई है। जिन्हें आरोपियों ने या तो गिरवी रख दी थी या फिर उन्हें बेच दिया था। पुलिस ने आरोपियों से बरामद वाहनों की कीमत करीब सवा एक करोड़ रुपए होने का दावा किया है। इस गिरोह के दो साथी पहले ही गिरफ्तार हो चुके थे। खुलासा भोपाल के निशातपुरा थाना पुलिस ने किया है।

यहां से किया गया गिरफ्तार

यह जानकारी देते हुए एएसपी जोन—4 दिनेश कौशल (ASP Dinesh Koushal) ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ निशातपुरा थाने में इसकी कई शिकायतें मिली थी। जिसमें पुलिस ने 990—1071—1052—1082—1208/21 के मुकदमे दर्ज किए थे। इन मुकदमों में धारा 406/420/411/34 गबन, जालसाजी, संपत्ति को बेईमानी से हासिल करना और एक से अधिक आरोपी के तहत प्रकरण दर्ज किए थे। इन्हीं मामलों में आरोपियों की लंबे समय से तलाश थी। इन मामलों में आरोपी राजपाल राजपूत (Rajpal Rajput) और विनोद मीना का नाम बार-बार सामने आ रहा था। आरोपियों की गिरफ्तारी में शामिल टीम में थाना प्रभारी निशातपुरा महेंद्र सिंह चौहान, एसआई हरिशंकर वर्मा, एएसआई जसवंत चंदेल, सिपाही आशीष यादव (Ashish Yadav), मधुसूदन चौहान और मोहन पटेल (Mohan Patel) की सराहनीय भूमिका रही। आरोपियों के भोपाल बायपास से रायसेन की तरफ भागने की खबर मिली थी।

यह भी पढ़ें:   Bhopal News: तीन व्यक्तियों से चार वाहन बरामद

यह आरोपी हुए गिरफ्तार

आरोपियों को डोबरा गांधी नगर बायपास रोड जोड पर ढाबा के पास से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने इस मामले के मुख्य आरोपी राजपाल सिंह राजपूत पिता अजय सिंह राजपूत उम्र 26 साल को गिरफ्तार किया गया। वह भानपुर स्थित शबरी नगर में रहता है। राजपाल सिंह राजपूत पहले गाड़ियां विभागों में लगाने का काम कर चुका है। उसका साथ कृष्णा यादव पिता जगदीश यादव उम्र 31 साल ने दिया। वह मूलत: भिंड (Bhind) का रहने वाला है। लेकिन, वह अभी भोपाल के वॉयरलेस कालोनी के नजदीक भदभदा में रहता है। कृष्णा यादव (Krishna Yadav) ने भी कई गाड़ियां ली थी। इसी तरह रामस्वरूप मीना पिता नर्मदा प्रसाद मीना उम्र 32 साल को गिरफ्तार किया गया।

एक आरोपी अभी भी फरार

Fake Transport Scam
ग्राफिक डिजाइन टीसीआई

रामस्वरुप मीना (Ramswaroop Meena) भोपाल के गुनगा स्थित ग्राम जूनापानी में रहता है। चौथा आरोपी मोहम्मद सोहेल पिता मोहम्मद इरशाद उम्र 26 साल है। मोहम्म्द सोहेल (Mohmmed Sohail) भोपाल के न्यू जेल कॉलोनी में रहता है। इससे पहले पुलिस जितेंद्र नाथ पिता बहादुर नाथ उम्र 24 साल को गिरफ्तार किया था। वह ग्राम कुटखेडा थाना गुनगा का रहने वाला है। जो कि शिव नगर कालोनी में रहता था। इसी तरह रोहित मीना पिता गोविंद सिंह मीना उम्र 27 साल को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस को इस मामले में अभी भी विनोद मीणा (Vinod Meena) की तलाश है।

यह भी पढ़ें: भोपाल के इस बिल्डर पर सिस्टम का ‘रियायती सैल्यूट’, परेशान हो रहे 100 से अधिक परिवार

खबर के लिए ऐसे जुड़े

Fake Transport Scam
भरोसेमंद सटीक जानकारी देने वाली न्यूज वेबसाइट

हमारी कोशिश है कि शोध परक खबरों की संख्या बढ़ाई जाए। इसके लिए कई विषयों पर कार्य जारी है। हम आपसे अपील करते हैं कि हमारी मुहिम को आवाज देने के लिए आपका साथ जरुरी है। हमारे www.thecrimeinfo.com के फेसबुक पेज और यू ट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें। आप हमारे व्हाट्स एप्प न्यूज सेक्शन से जुड़ना चाहते हैं या फिर कोई घटना या समाचार की जानकारी देना चाहते हैं तो मोबाइल नंबर 7898656291 पर संपर्क कर सकते हैं।

यह भी पढ़ें:   हनुमान चालीसा के पाठ से मिलेगी कोरोना से मुक्ति- प्रज्ञा ठाकुर
Don`t copy text!