MP Cop Gossip: क्षेत्र में गिरती साख को बचाने का ठेका मिला तो ठिकाने लगने लगे विरोधी
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भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल की ताजा न्यूज पुलिस महकमे (MP Cop Gossip) के भीतर की वह खबरें है जो सामने नहीं आई। यह वह खबरें हैं जो सामने आई भी तो मलाई और चटकारेदार बनाकर। हालांकि इसके पीछे की वजह दूसरी थी। यह बातें पुलिस मुख्यालय या मंत्रालय के गलियारों में चर्चा बटोरती रही। इन्हीं दो भीतरी किस्सों की असली कहानी। हमारा उद्देश्य किसी अफसर या व्यवस्था को बौना दिखाना अथवा प्रचार करना नहीं हे। बल्कि उसके पीछे की हकीकत को बताकर उन लोगों को चेताना है जो इस तरह के फैसले से पहले सोचें।
ऑपरेशन के लिए आईपीएस
शहर के एक संभाग में पिछले दिनों परीवीक्षाधीन भारतीय पुलिस सेवा के एक अफसर की तैनाती हुई है। हालांकि यह कोई नई बात नहीं है। लेकिन, जिस संभाग में यह तैनात हुई है उसके लिए यह चौका देने वाली बात है। भीतरखाने की खबर है कि एक ऑपरेशन के लिए आईपीएस को भेजा गया है। कुछ महीने पहले इसी संभाग के एक थाने के कारण एक नहीं दो बार पूरे पुलिस महकमे के फजीहत हुई थी। अब इन अधिकारी के आने के बाद शायद डैमेज कंट्रोल के साथ—साथ खोई हुई साख को वापस पाने का प्रयास किया जाएगा।
कुर्सी रहे यह विश्वास नहीं…
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शहर के एक टीआई इन दिनों एक विधायक के टारगेट से परेशान है। उसके कारण थाना भी घिर गया। विधायक अपनी कुर्सी को लेकर परेशान है। दरअसल, कर्नाटक, उत्तराखंड़ फिर गुजरात के सारे घर के बदलने वाले फैसलों से वे हलाकान है। क्योंकि अगर यहां एमपी में कुछ हुआ तो उनका नाम कुर्सी के लिए विश्वस्त की श्रेणी में नहीं है। यह वे जानते भी है। इसलिए टीआई से बोलकर उनके खिलाफ मोर्चा खोलने वाले राजनीतिक दुश्मनों को सबक सिखाने में जुट गए हैं। इसमें से दो लोग तो कभी विधायक की पार्टी के लिए ही काम करते थे। लेकिन, पिछले दिनों से विधायक की पार्टी का दामन छोड़कर विपक्ष के दल में शामिल हो गए हैं।
खबर के लिए ऐसे जुड़े
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