Bhopal Cyber Crime: मकान बनाने वाले छोटे ठेकेदारों पर होती थी इन चार लोगों की नजरें, कई शिकार अभी सामने आना बाकी
भोपाल। यदि आप मकान बना रहे हैं या फिर ठेकेदारी के पेशे से जुड़े हैं तो यह समाचार आपको सतर्क करने वाला है। एमपी में इन दिनों सायबर क्राइम काफी चरम पर है। इसके लिए सायबर फ्रॉड करने वाले हर रोज नई तकनीक विकसित करते हैं। ऐसे ही एक गिरोह के दो व्यक्तियों को दबोचा गया है। मामला भोपाल के सायबर क्राइम (Bhopal Cyber Crime) का है। पुलिस को उम्मीद है कि अभी कई राज इस गिरोह के सामने आना बाकी है।
एक महीने बाद दर्ज हुई एफआईआर
भोपाल पुलिस की तरफ से जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि छोला क्षेत्र निवासी हीरालाल परिहार (Hiralal Parihar) और अशोका गार्डन निवासी मोनू पटनायक को गिरफ्तार किया गया है। इन दोनों आरोपियों की तलाश क्राइम ब्रांच को थी। उनके खिलाफ 19 अक्टूबर, 2021 को हुई थी। जिसके आवेदन की जांच के बाद 19 नवंबर को 299/21 धारा 420 (जालसाजी) का मुकदमा दर्ज किया गया था। इसकी शिकायत सुपर स्टेट कॉलोनी निवासी अमन सिंह सूर्यवंशी (Aman Singh Suryawanshi) ने दर्ज कराई थी। उनके साथ 30 हजार रुपए की धोखाधड़ी हुई थी। यह मामला पूरी तरह से नया था। इसलिए सायबर क्राइम ने दो मोबाइल नंबरों के सहारे इस पूरे मामले की पड़ताल की। जांच टीम में एसआई भरतलाल प्रजापति, एएसआई शेषनाथ सिंह, पी.चिन्ना राव, कांस्टेबल उदित, रुपेश, अंकित मिश्रा और महिला आरक्षक हेमा यादव (Hema Yadav) शामिल थे।
ऐसे करते थे वारदात
पुलिस का दावा है कि हीरालाल परिहार के खिलाफ छोला मंदिर थाने में पहले से कई मुकदमे दर्ज है। वह इलाकों में घुम—घुमकर यह पता लगाता था कि कहां मकान बन रहा है। ठेकेदारों की जानकारी लेकर वह अंकित उर्फ पिंटू शर्मा (Ankit@pintu Sharma) को मुहैया कराता था। अंकित उर्फ पिंटू शर्मा ठेकेदारों को कॉल करता था। फिर अशोका गार्डन निवासी मोनू पटनायक (Monu Patnayak) के खाते में पैसे जमा कराता था। मोनू पटनायक जूस का ठेला भी लगाता है। फिर सुरेंद्र तिवारी खातों में जमा रकम को निकालकर बंटवारा कराता था। पुलिस को इस मामले में अभी भी सुरेंद्र तिवारी (Surendra Tiwari) और अंकित शर्मा की तलाश है। पुलिस का दावा है कि आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की जाएगी।
इस मामले के संबंध में चल रही पूछता
गिरफ्तार आरोपी ठेकेदार से पैसा खातों में जमा करा लेते थे। जिसके बाद सीमेंट कंपनी का ड्रायवर माल उतारने से पहले जब पैसा मांगता था तो यह राज उजागर होता था। पुलिस को शक है कि ऐसे कई वारदातों को अंजाम दिया गया है। जिनके बारे में आरोपियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपी हीरालाल परिहार और मोनू पटनायक के कब्जे से दो मोबाइल फोन जब्त किए गए है। इसके अलावा एक अन्य सिम भी मिली है। जिसके संबंध में अभी जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है। आरोपियों के बैंकों में करीब पांच लाख रुपए है। जिन्हें फ्रीज कराया गया है। उल्लेखनीय है कि इसी तरह का एक मामला सूखी सेवनिया थाना पुलिस ने भी दर्ज किया था। जिसमें 428/21 धारा 420 का केस राजेश कुमार रजक ने दर्ज कराया था।
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