नेपानगर सीट से विधायक थी सुमित्रा देवी कासडेकर
भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस (MP Congress) को हफ्तेभर में ही दूसरा झटका लगा है। छतरपुर जिले की बड़ामलहरा सीट से विधायक प्रद्युम्न सिंह लोधी के इस्तीफे के बाद अब बुरहानपुर जिले की नेपानगर सीट से विधायक (Nepanagar MLA) ने हाथ का साथ छोड़ दिया है। सुमित्रा देवी कासडेकर (Sumitra Devi Kasdekar) ने विधायकी से इस्तीफा दे दिया है। वे आरक्षित सीट से विधायक थी। विधानसभा सचिवालय ने विधायक के इस्तीफे की पुष्टि की है। कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा ने देशभर में मंडी लगाई हुई है। वो विधायक खरीद रही है। राजस्थान में चल रही राजनीतिक उठापटक के बीच मध्यप्रदेश में कांग्रेस को झटके पर झटके लग रहे है।
आते ही मिलेगा इनाम
प्रद्युम्न सिंह लोधी के इस्तीफे के बाद कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने लोधी समाज से ही आने वाले दो कांग्रेस विधायक से मुलाकात की थी। विधायक राहुल लोधी और परबर लोधी ने कांग्रेस में ही रहने की शपथ दोहराई थी। वहीं प्रद्युम्न लोधी के कांग्रेस छोड़ते ही शिवराज सरकार ने उन्हें नागरिक आपूर्ति निगम का अध्यक्ष बना दिया गया। वहीं भाजपा को समर्थन दे रहे निर्दलीय विधायक प्रदीप जायसवाल को माइनिंग कार्पोरेशन का चेयरमैन बना दिया गया था। अब उम्मीद जताई जा रही है कि सुमित्रा देवी को भी कांग्रेस छोड़ने का इनाम दिया जा सकता है।
भाजपा प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल का दावा है कि अभी भी कांग्रेस के आधा दर्जन विधायक भाजपा के संपर्क में है। कांग्रेस एक डूबता जहाज है। नेतृत्व अपने लोगों को संभाल नहीं पा रहा और भाजपा पर आरोप लगाए जा रहे है। सुमित्रा देवी कासडेकर, पूर्व मंत्री अरुण यादव की करीबी मानी जाती थी।
26 सीटें खाली हुई है
कांग्रेस के 22 विधायकों के इस्तीफे के बाद कमलनाथ सरकार गिर गई थी। 2 विधानसभा सीटें पहले ही खाली हो चुकी थी। जिसके बाद प्रद्युम्न सिंह लोधी और सुमित्रा देवी कासडेकर के इस्तीफे के बाद अब 26 सीटों पर उपचुनाव होगा। सूत्रों की खबर है कि आने वाले दिनों में कांग्रेस के 2 और विधायक इस्तीफा दे सकते है।
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