अपने कमिटमेंट से कभी पीछे नहीं हटते टीआई नवल आर्य, महिलाओं के लिए हीरो से कम नहीं हैं ये टीआई
नरसिंहपुर। मध्यप्रदेश के एक थाना प्रभारी इन दिनों सोशल मीडिया (Viral News) पर धूम मचाए हुए है। नशे के खिलाफ टीआई की मुहिम को लोग जमकर पसंद कर रहे है। करीब 12 मिनट के एक वीडियो में टीआई साहब ग्रामीणों को समझाते नजर आ रहे है। वे नशे से होने वाले नुकसान को बड़े ही अच्छे अंदाज में बताते है और लोगों से नशाबंदी की अपील करते है। सोशल मीडिया पर आ रहे कमेंट बताते है कि वीडियो देखने के बाद लोग इस थाना प्रभारी से बहुत प्रभावित हैं। वे चाहते है कि उनके इलाके का टीआई भी ऐसा ही हो तो नशे और नशेडियों पर लगाम लग जाए।
सोशल मीडिया पर चल रहे वीडियो को देखने के बाद द क्राइम इन्फो ने इन टीआई साहब को ढूंढ़ निकालने का बीड़ा उठाया। कई लोगों का कहना था कि ये टीआई राजस्थान के किसी थाने में पदस्थ हैं। लेकिन लोगों की राय गलत निकली। नशे के खिलाफ मुहिम चलाने वाले इस टीआई का नाम नवल आर्य हैं। नवल आर्य वर्तमान में नरसिंहपुर जिले के करेली थाने में पदस्थ हैं। बता दें कि नरसिंहपुर जिले के लोग शराब के नशे की चपेट में आते जा रहे है। लेकिन जब से टीआई नवल आर्य ने करेली थाना संभाला है, उनके इलाके में शराब के अवैध कारोबार पर रोक लगी है। साथ ही लोगों पर भी उनकी मुहिम का असर हो रहा है।
आईए अब आपकों बताते है कि ये 12 मिनट का (Viral News) वीडियो कब और कहां रिकॉर्ड किया गया। 17 जुलाई 2019 को टीआई नवल आर्य अपने थाना इलाके के कोदसा गांव में गए थे। जहां अवैध शराब की बिक्री जोरों पर थी। शराबी बनते जा रहे लोगों की वजह से गांव की महिलाएं बहुत परेशान थी। दूसरी तरफ शराब माफिया फलफूल रहा था। जैसे ही नवल आर्य गांव पहुंचे तो करीब 200 महिलाओं ने उन्हें घेर लिया।
इतने शेयर हुए
यह वीडियो सबसे पहले एसबी कठुआ ग्रुप में लोड हुआ। यह वीडियो 21 जुलाई की सुबह 10 बजकर 52 मिनट पर अपलोड किया गया। यह वीडियो 23 जुलाई की दोपहर सवा तीन बजे तक इसे 48 लाख से ज्यादा लोग देख चुके हैं। किसी ने इस वीडियो को फेसबुक पर लाइव कर दिया था। इस वीडियो पर 34 हजार कमेंट आ चुके हैं। जबकि 52 हजार से ज्यादा लोगों ने इसे शेयर कर दिया है।
इस लिंक पर क्लिक करके इस वीडियो को देख सकते हैं।
महिलाओं ने नवल आर्य को गांव की स्थिति से अवगत कराया और शराबी पतियों की करतूत सुनाई। जिसके बाद टीआई नवल आर्य ने जो किया वो सबके सामने है। उन्होंने महिलाओं को वचन दिया कि अगर गांव में शराब की बिक्री बंद नहीं हुई तो वे वर्दी नहीं पहनेंगे। नवल आर्य ने अपना वादा निभा दिया है। कई गांवों में वे शराब बिकना बंद करा चुके है। महिलाओं के लिए नवल आर्य किसी हीरो से कम नहीं है।
नवल आर्य एक अप्रैल 1998 में मध्यप्रदेश पुलिस सेवा में आए थे। वे सब इंस्पेक्टर के पद पर पदस्थ हुए थे। फरवरी 2012 में नवल आर्य का प्रमोशन हुआ, वे टीआई बन गए। 1 जनवरी 2000 को नवल आर्य ने अपनी बैचमेच उमा के साथ प्रेम विवाह किया। उमा सीआईडी भोपाल से सागर में अटैच हैं। नवल आर्य पुलिस अधिकारियों में एडीजी मोहम्मद अफजल को अपना आदर्श मानते है। उन्हीं के कार्यकाल में उन्होंने अपना प्रोविजनल पीरियड छतरपुर जिले में पूरा किया था। नरसिंहपुर जिले से पहले वे सागर, टीकमगढ़ और बालाघाट जिले में कई थानों के प्रभारी रह चुके है। बता दें कि नवल आर्य के काम को लेकर अफसर इतने खुश रहते है कि इन्हें कभी लाइन अटैच नहीं किया गया।
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हाल ही में नवल आर्य के द्वारा किए गए तीन खुलासों ने नरसिंहपुर के एसपी डॉ गुरकरण सिंह को काफी प्रभावित किया है। इन्होंने एक ट्रक लूटकर हत्या करने वाले आरोपी को सलाखों के पीछे पहुंचाया। मूंग दाल से भरा ट्रक ढूंढ़ निकाला। तीन महीने के अंदर नवल आर्य ने तीन बड़े मामले सुलझाएं। इनमें 9 साल की एक बच्ची को सकुशल बरामद करना भी शामिल है।
थाना प्रभारी नवल आर्य ने द क्राइम इन्फो से खास बातचीत में बताया कि वे सौफ भी नहीं खाते और चाय तक नहीं पीते। उनको जनसेवा का नशा है। जिसके लिए वे प्राण तक न्यौछावर करने के लिए हमेशा तैयार रहते है।