Bhopal Crime: रहस्यमयी कार जो टक्कर के बाद गायब हो गई पुलिस और स्मार्ट सिटी के सीसीटीवी से

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Bhopal Crimeसड़क दुर्घटना में एक पखवाड़े पहले हुई थी महिला की मौत, मामले की जांच कर रहे अधिकारी छुट्टी पर जाने के कारण अटकी पहले जांच, नतीजा आज भी सिफर

भोपाल। सरकार लाख दावा कर ले, सिस्टम (Bhopal Crime) आम आदमी के लिए बनाया गया है। लेकिन, मैदानी हकीकत बताती है कि आज भी सिस्टम आम आदमी के लिए दूर की कौड़ी है। यहां हैसियत देखकर मामले की जांच और कार्रवाई होती है। वह मामला चाहे सामान्य हो या फिर गंभीर। बात हो रही है (Bhopal Crime) गोविंदपुरा इलाके में हुए एक सड़क दुर्घटना में महिला के मौत की। इस मामले में सबकुछ सामान्य नहीं हैं।

क्या है मामला
गोविंदपुरा थाने के नजदीक (Bhopal Crime) नटराज भवन के सामने 3 जून को यह दुर्घटना दोपहर सवा बारह बजे से लेकर साढ़े बारह बजे के बीच हुई थी। बाइक पर दंपत्ति नरेश कुमार सावलानी और उनकी पत्नी दीप्ति सवार थीं। दोनों जवाहर चौक स्थित कान के डॉक्टर से चैकअप कराकर सोनागिरी स्थित घर जा रहे थे। नरेश ने बताया कि उनका किराने का कारोबार है। पत्नी को कान की समस्या थी। इसलिए उनका इलाज डॉक्टर गांगुली से करा रहे थे। दंपत्ति जब (Bhopal Crime) गोविंदपुरा थाने से सदभावना चौराहा जाने के लिए जैसे ही आगे बड़ा तो पीछे से आई कार ने टक्कर मार दी। यह कार सिक्यूरिटी लाइन की तरफ से आ रही थी। कार दीप्ति के पैर में आकर टकराई। इसके बाद वह फिकाकर कार की बोनट में गिरी। उसके बाद सड़क पर गिर गई।

शुरुआत से बहाना
जख्मी दीप्ति को नजदीक ही (Bhopal Crime) कैरियर अस्पताल पहुंचाया गया। यहां अगले दिन 4 जून को दीप्ति ने दम तोड़ दिया। मामले की जांच पीएसआई राजेश साहू के पास हैं। साहू का कहना है कि इस मामले में आरोपी वाहन चालक का पता नहीं चला है। जबकि मैदानी हकीकत यह है कि पुलिस ने सही तरीके से जांच ही नहीं की। जब इस लापरवाही की शिकायत आला अधिकारियों से की गई तो पुलिस बहाने गिनाने लगी।

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सदभावना चौराहे पर यह कैमरे तो लगे है लेकिन चालू नहीं हैं
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स्मार्ट सिटी के गेट पर लगा कैमरा जिसको पुलिस खराब होना बता रही है

पुलिस के कैमरे बंद
इस मामले में पीडि़त परिवार ने (Bhopal Crime) डीआईजी सिटी इरशाद वली से मुलाकात करके शिकायत की। जिसके बाद पीएसआई राजेश साहू सक्रिय हुए। उन्होंने परिवार को चेतक ब्रिज से लेकर सदभावना चौराहे तक के कैमरे दिखाए। चेतक ब्रिज में कैमरे में दंपत्ति दिखाई दिया। लेकिन, वह जैसे ही सदभावना चौराहे पर पहुंचे तो तीन कैमरे बंद होना बताया गया। एक अन्य कैमरा (Bhopal Crime) भोपाल स्मार्ट सिटी ऑफिस के सामने लगा है। इस कैमरे की फ्रीक्वेंसी काफी अधिक हैं। लेकिन, पुलिस उसे भी बंद होना बता रही है। परिवार इसे शक के नजरिए से देख रहा हैं। उसका कहना है कि पुलिस किसी रसूखदार व्यक्ति को बचाने का प्रयास कर रही है। दरअसल, जिस कार ने टक्कर मारी थी वह एसयूवी श्रेणी की थी। जो नटराज हॉल के आगे जाकर कुछ देर के लिए रूकी भी थी।

यह है ग्राउंड रिपोर्ट
पुलिस ने इस मामले (Bhopal Crime) की गहराई से जांच ही नहीं की। थाने के नजदीक दुकानों में बैठे लोगों ने भी हादसा देखा था। इसके अलावा जहां हादसा हुआ वहां ठेले नियमित लगते हैं। जिसमें से एक ठेले वाले ने दुर्घटना भी देखी थी। द क्राइम इन्फो ने पड़ताल की तो (Bhopal Crime) घटना दिनांक से ही उसके रीवा में जाने की जानकारी मिली। इसके अलावा नटराज हॉल के नजदीक पेट्रोल पंप पर भी कैमरे लगे होने की जानकारी मिली। पंप में तैनात कर्मचारियों ने बताया कि (Bhopal Crime) रिकॉर्डिंग 15 दिन की ही सेव होती है। दुर्घटना को 18 दिन बीत गए हैं। हालांकि पुलिस के पास अन्य तकनीकी विकल्प भी है। लेकिन, मामला रसूखदार से जुड़ा होने के कारण पुलिस उसे अपनाने से कतरा रही है।

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