Tiger Jinda Hai : ‘टाईगर जिंदा है’ पर सियासत जारी
भोपाल। मध्यप्रदेश में एक बार फिर सियासी टाइगर जिंदा हो गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह (Shivraj Singh Chouhan) के बाद अब राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने कहा है कि टाइगर जिंदा है (Tiger Jinda Hai)। सिंधिया ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamalnath) और दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh) पर निशाना साधते हुए खुदको टाइगर बताया था। तो अब कमलनाथ का बयान भी सामने आ गया है। उन्होंने कहा कि जनता बताएगी कि कोई टाइगर है, कौन सर्कस का टाइगर है, कौन पेपर टाइगर है। कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर भी निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि अब बड़ी-बड़ी घोषणाएं की जाएंगी। फोटो की राजनीति की जाएगी।
कमलनाथ का जवाब
कमलनाथ ने कहा कि- अपने देश में कई प्रकार के टाइगर होते है। कोई सर्कस का टाइगर होता है, कोई पेपर का टाइगर होता है। जिस प्रकार से देश में कई प्रकार के घोड़े होते है। कोई घोड़ा शादी में ले जाया जाता है, कोई रेस का घोड़ा होता है।
देखें वीडिया
Which Tiger is alive – Paper Tiger or Circus Tiger ?
Question of @OfficeOfKNath to @JM_Scindia after his “Tiger Abhi Zinda Hai” jibe. pic.twitter.com/YVT6HMiWVY— Manoj Sharma (@ManojSharmaBpl) July 3, 2020
साथ ही कमलनाथ ने ये भी कहा कि- मैं महाराजा नहीं हूं, मैं मामा नहीं हूं, मैंने चाय नहीं बेची, मैं कमलनाथ हूं। वो कह रहे है कि मैं टाइगर हूं, मैं न टाइगर हूं न पेपर टाइगर हूं। जनता तय करेगी कौन टाइगर है। अभी शिवराज सिंह चौहान जगह-जगह जाएंगे और बड़ी बड़ी घोषणाएं करेंगे। लेकिन जो मजदूर पैदल घर आए उन्हें किसी ने पैसा दिया क्या। जनता सब समझती है, उसके सामने टीवी और फोटो की राजनीति की जाएगी। लेकिन जनता जवाब देगी।
सुनिए कमलनाथ ने और क्या क्या कहा
मैं महाराजा नहीं हूं ,मैं मामा नहीं हूं , मैंने कभी चाय नहीं बेची , मैं तो बस कमलनाथ हूँ।
कई लोग कहते हैं कि मैं टाइगर हूं।
मैं तो ना टाइगर हूं , ना पेपर टाइगर हूं , अब यह तो प्रदेश की जनता तय करेगी , कौन क्या है ? pic.twitter.com/vv4Ldg1iDE— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) July 3, 2020
दिग्विजय का जवाब
वहीं दिग्विजय सिंह ने भी अपने ही अंदाज में जवाब देते हुए ट्वीट किया कि – ‘शेर का सही चरित्र आप जानते हैं? एक जंगल में एक ही शेर रहता है!!’
‘जब शिकार प्रतिबंधित नहीं था, तब मैं और श्रीमंत माधवराव सिंधिया जी शेर का शिकार किया करते थे। इंदिरा जी के वाइल्डलाइफ़ कंज़र्वेशन एक्ट लाने के बाद से मैं अब सिर्फ शेर को कैमरे में उतारता हूँ।’
सुनिए सिंधिया ने क्या कहा था
मध्य प्रदेश के विकास, प्रगति, उन्नति और मेरे प्रदेशवासियों की रक्षा के लिए टाइगर अभी ज़िंदा है। pic.twitter.com/PEIi2vH7mj
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) July 2, 2020