शाह के साथ पीएम मोदी से 1 घंटे बैठक कर निकले सिंधिया, मध्यप्रदेश की राजनीति में भूचाल

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भोपाल में सीएम हाउस में बैठक, दिल्ली में सोनिया गांधी ने बुलाई आपात बैठक

पीएम मोदी से मिलने जाते सिंधिया

भोपाल। MP Political Drama मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार पर आया संकट खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। 3 मार्च से शुरु हुई उठापटक 10 मार्च को तख्तापलट तक जा पहुंची है। हार्सट्रेडिंग की सुहबुगाहट के बाद भितरघात की संभावना प्रबल हो गई है। कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया बगावत पर उतर आए है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गृह मंत्री अमित शाह के साथ सिंधिया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने पहुंचे थे। करीब एक घंटे की बैठक के बाद वो अमित शाह के साथ बाहर निकले है। राज्यसभा चुनाव से पहले जारी सियासी ड्रामे के बीच सिंधिया के कदम ने कमलनाथ सरकार को संकट में डाल दिया है। पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और सिंधिया के बीच क्या समझौता होता है, इस पर सभी कि निगाहे टिकी हुई है। दूसरी तरफ कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आपात बैठक बुलाई है। कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल उनसे मिलने पहुंचे है। खबर है कि कांग्रेस सिंधिया पर कार्रवाई कर सकती है। कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने बीजेपी पर खरीद-फरोख्त और कांग्रेस सरकार को गिराने का आरोप लगाया है।

वहीं भोपाल में सोमवार रात इस्तीफा देने वाले तमाम पूर्व मंत्री मंगलवार सुबह 11 बजे मुख्यमंत्री निवास पहुंचे है। सीएम हाउस में पूर्व मंत्रियों और मुख्यमंत्री कमल नाथ के बीच चर्चा चल रही है। दूसरी तरफ सिंधिया समर्थक 5 मंत्रियों समेत 17 विधायक अब भी लापता है। राशिद अल्वी का कहना है कि बेंगलुरु में बीजेपी की सरकार है, लिहाजा इस विधायकों को वहां रखा गया है।

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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कांग्रेस के कुछ ओर विधायक भी आज बेंगलुरु जा सकते है। वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया को बीजेपी राज्यसभा भेज सकती है और उन्हें केंद्रीय मंत्री भी बनाया जा सकता है। दूसरी तरफ पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक बार फिर मध्यप्रदेश के मुखिया बन सकते है। वहीं आज दिवंगत माधवराव सिंधिया की जयंती भी है, लिहाजा शाम तक ज्योतिरादित्य सिंधिया ग्वालियर भी पहुंच सकते है।

वहीं इसी बीच पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने ट्वीट किया है। उनका ये ट्वीट सिंधिया पर निशाना माना जा रहा है। पटवारी ने लिखा कि ”एक इतिहास बना था 1857 में झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई की मौत से, फिर एक इतिहास बना था 1967 में संविद सरकार से और आज फिर एक इतिहास बन रहा है..। – तीनों में यह कहा गया है कि हाँ हम है….”

वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया का इस्तीफा भी सामने आ गया है। दोपहर 12 बजे सिंधिया का इस्तीफा सामने आया है। जिसे उन्होंने सोनिया गांधी को लिखा है। सिंधिया ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।

सिंधिया का इस्तीफा
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