MP Cop Gossip: पुलिस विभाग की राजनीति थाने तक पहुंची, सबसे बड़ी एजेंसी की साख दांव पर लगी
भोपाल। मध्यप्रदेश पुलिस विभाग काफी बड़ा होता है। इसमें भीतर ही भीतर बहुत कुछ चल रहा होता है। ऐसे ही बातों का हमारा साप्ताहिक कॉलम एमपी कॉप गॉसिप (MP Cop Gossip) है। हमारा मकसद इन समाचारों के जरिए दबी समझी जा रही बातों को बताना है। हम कतई पद, व्यक्ति अथवा संस्था को लेकर विद्वेष की भावना नहीं रखते हैं।
कई चेहरे किले के रास्ते मारेंगे एंट्री
राजधानी समेत पूरे प्रदेश में फिर बदलने वाले हैं चेहरे। इसकी कवायद शुरु कर दी गई है। इसमें कई पुराने चेहरे अपने किले में वापस लौटना चाहते है। जिसके लिए पॉवर सेंटर का पता लगाकर अपना नेटवर्क बिछाने का काम शुरु कर दिया है। शहर में लंबे अरसे तक जमे रहे एक अफसर इस काम में जुट गए हैं। वे शहर की एक ताकतवर कुर्सी के लिए लॉबिंग कर रहे हैं।
पुलिस लाइन के बाहर कतार लगी
इधर, भोपाल पुलिस लाइन में दर्जनों मैदानी कर्मचारियों की कतार लग गई। खबर है कि तीन साल पहले प्रमोशन पाने वाले कार्यवाहक सहायक उप निरीक्षकों (MP Cop Gossip) के तबादले दूसरे जिलों में किए जा रहे हैं। अब तक वे जुगाड़ से थाने में जमे थे। लेकिन, समय प्रतिकूल नहीं रहा तो रवानगी देकर उन्हें दूसरे जिले में भेजा जा रहा है। ऐसे कर्मचारियों की संख्या 200 से अधिक है। सबसे ज्यादा मुश्किलें उन महिला कर्मचारियों को हो रही है जो भोपाल में जमीं हुई थी।
साख की बात
पिछले दिनों पुलिस एजेंसी की एक शाखा में चोरी की वारदात हो गई। जहां यह वारदात हुई उसके ही नजदीक एक दूसरी भी एजेंसी है। जिसको इस घटना की भनक ही नहीं लगी। इधर, खबर है कि चोरी की इस वारदात के पीछे अपना भीतरी आदमी है। जिसका पता लगाकर आला अधिकारियों को खबर भेज दी गई है।
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