Bhopal Hawala Racket: मनी एक्सचेंज मामले में पुलिस का यू टर्न 

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Bhopal Hawala Racket: छापे के बाद आरोपी परिवारों को पैसा छुपाने के लिए दिया था पर्याप्त अवसर, दबिश देकर बैरागढ़ इलाके से बरामद किया गया दूसरा बैग, जिसमें रखे मिले 40 लाख रुपए से ज्यादा की रकम, हवाला कारोबार की संभावनाओं से पुलिस ने नहीं किया इंकार

Bhopal Hawala Racket
बैरागढ़ में गुलाब मेघानी के घर से बरामद रकम के साथ अशोका गार्डन थाना पुलिस— चित्र भोपाल पुलिस की तरफ से जारी।

भोपाल। मनी एक्सचेंज करने वाले एक कारोबारी के मामले में पुलिस ने यू—टर्न ले लिया है। यह घटना चार दिन पहले हुई थी। छापा भोपाल (Bhopal Hawala Racket) शहर के अशोका गार्डन इलाके में मारा गया था। यहां मौके पर 31 लाख 58 हजार रुपए से अधिक रकम बरामद हुई थी। दबिश के बाद पुलिस कर्मियों ने क्राइम सीन को प्रिज्व करने और निगरानी करने में लापरवाही बरती थी। जिस कारण आरोपियों को बाकी रकम यहां—वहां शिफ्ट करने का काफी अवसर मिल गया था। जिस कारण थाना प्रभारी को सस्पेंड और चार पुलिस अफसरों को लाइन हाजिर किया गया है।

यह है पूरी घटना जिसका आज पुलिस ने पटाक्षेप किया

डीसीपी जोन—1 प्रियंका शुक्ला (DCP Priyanka Shukla) ने पत्रकार वार्ता आयोजित करके चार दिनों से फैली भ्रम की स्थिति को साफ कर दिया। उन्होंने बताया कि पंथ नगर (Panth Nagar) में कैलाश खत्री (Kailash Khatri) के कब्जे से 31 लाख 58 हजार रुपए से अधिक की रकम जब्त की थी। जिसकी जांच में लापरवाही सामने आई। इसी मामले में अशोका गार्डन थाना प्रभारी वंदना लकड़ा (TI Vandna Lakda) को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया था। उसके अगले दिन चार पुलिसकर्मी एसआई शत्रुघ्न पटेल (SI Shatrughan Patel) , एएसआई कार्यवाहक मेघ खत्री (ASI Megha Khatri) , हवलदार महेंद्र सिंह (HC Mahendra Singh) और सलमान खान (Salman Khan) को लाइन हाजिर किया गया। डीसीपी ने बताया कि यह निर्णय इसलिए किया गया क्योंकि क्राइम सीन से अन्य बैग गायब होने की प्राथमिक जानकारी सामने आई थी। जिस कारण पुलिस की एक टीम ने सच्चाई का पता लगाने के लिए दर्जनों कैमरों की छानबीन की। यह प्रकरण फिलहाल आयकर विभाग को सौंप दिया गया है। मामले में संदेही कैलाश खत्री के पास से आरबीआई (RBI) का लायसेंस ​होने की बात सामने आई थी। हालांकि दस्तावेज नहीं मिले थे।

बहन के घर फिर बैरागढ़ में रखी गई रकम

कैलाश खत्री के बारे में पता चला है कि वह मूलत: उत्तरप्रदेश का रहने वाला है। यहां अशोका गार्डन में उसका भाई अजय खत्री (Ajay Khatri) रहता है। उसके खिलाफ थाने में कई मुकदमे दर्ज है। उसका नाम निगरानी गुंडा सूची में भी है। डीसीपी ने बताया कि अजय खत्री ने पहले बैग (Bhopal Hawala Racket) को उठाया और पंजाबी बाग (Punjabi Bag) में रहने वाली बहन के घर उसे ले गया। यहां से वह उन्हीं बैग को बैरागढ़ में रहने वाले दूसरे रिश्तेदार के घर लेकर पहुंचा। फिर वहां से बैग लेकर वह बैरागढ़ में गुलाब मेघानी (Gulab Meghani) के घर पहुंचा। उन्होंने बताया कि बरामद नोट में अधिकांश संख्या 20 रुपए के नोट की है। यह करीब 25 लाख रुपए के हैं। इसके अलावा पांच सौ रुपए के 2500 नोट हैं। उन्होंने हवाला रैकेट की संभावनाओं से इंकार नहीं किया है। डीसीपी ने यह भी कहा है कि इस घटना में लापरवाही को लेकर कम समय में विभागीय जांच के आदेश हो चुके हैं। जिसकी रिपोर्ट आने के बाद दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि अब तक भोपाल पुलिस अजय खत्री और कैलाश खत्री के कब्जे से करीब 72 लाख रुपए बरामद कर चुकी है।

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