Lock Down: फर्जी पास बनाकर 10 दिन में डेढ़ लाख कमा लिए

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गिरोह में हाईकोर्ट के रिटायर जज का बेटा, पुलिसकर्मी का भाई भी था शामिल, गिरोह के तीन अन्य व्यक्तियों की है तलाश

Lock Down
फर्जी पास रैकेट का गिरफ्तार आरोपी

भोपाल। (Bhopal Crime News) आप यकीन नहीं करेंगे लेकिन यह बिलकुल सच है। देश में लॉक डाउन चल रहा है। सारा कारोबार बंद है और बीमारी की दहशत में लोग घरों में दुबके हैं। फिर भी जालसाजों (Bhopal Fake Lock Down Pass Case) को इसमें कारोबार नजर आने लगा। मामला मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh Crime News) की राजधानी भोपाल (Bhopal Crime News) के तलैया इलाके का है। पुलिस ने इसमें एक व्यक्ति के खिलाफ जालसाजी (Bhopal Cheating Case) का मुकदमा दर्ज किया था। पड़ताल के बाद जो सामने आया वह बेहद चौका देने वाला है। गिरोह ने महज 10 दिन में इस लॉक डाउन में फर्जी पास (Bhopal Lock Down Fourgey Case) बनाकर डेढ़ लाख रुपए की कमाई कर ली। पुलिस ने इस मामले से जुड़े एक व्यक्ति को दबोच लिया है। जबकि तीन अन्य की तलाश अभी की जा रही है।

यह जानकारी देते हुए तलैया थाने के प्रभारी डीपी सिंह (DP Singh) ने www.thecrimeinfo.com (द क्राइम इंफो डॉट कॉम) को बताया कि 17 अप्रैल को राजा भोज प्रतिमा के पास एक टबेरा रोकी गई थी। इसमें कुछ लड़के सवार थे। टबेरा का ड्राइवर ने बताया कि एक व्यक्ति के परिवार में मौत हो गई है। जिन्हें लेकर वह बलिया जा रहा है। शक होने पर लॉक डाउन पास देखा गयां उसकी जानकारी जुटाई गई तो वह फर्जी पाई गई। पड़ताल में सामने आया कि यह पास दीपक जोशी (Deepak Joshi) ने जारी किया था। पुलिस ने दीपक जोशी के खिलाफ मामला दर्ज किया। जांच में पता चला कि इस फर्जीवाडे की शुरुआत 5 अप्रैल से हुई थी। दीपक जोशी बिहार और यूपी के छात्रों को शैलेन्द्र नाम के एक व्यक्ति की मदद से उनको पहुंचाने का ठेका ले रहा था। इस काम के बदले में मोटा कमीशन वसूला जा रहा था। शैलेन्द्र की जानकारी जुटाई गई तो वह नरेला जोड़ अयोध्या बायपास का निवासी निकला। उसको टनाटन ढ़ाबे के पास से हिरासत में लिया गया।

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ट्रासपोर्ट कारोबारी भी शामिल

शैलेन्द्र लोधी (Shailendra Lodhi) मूलत: विदिशा का रहने वाला है। वह एक निजी कॉलेज से इंजीनियरिंग कर रहा है। उसने पूछताछ में बताया कि हरेकृष्णा टूर एंड ट्रेवल्स के मालिक अभिषेक श्रीवास्तव (Abhshek Shrivastav) और दीपक जोशी की मदद से यह किया जा रहा था। पास बनाने वाला व्यक्ति फतेह राजौरिया है जो करोद इलाके में रहता है। दीपक जोशी इस काम के लिए तीन हजार रुपए लेता था। वह ग्राहकों की जानकारी जुटाकर फतेह राजौरिया (Fateh Rajouriya) तक पहुंचाने का काम करता था। फतेह राजौरिया एक पास के बदले में दो हजार रुपए लेता था। दीपक जोशी यह पास लेकर शैलेन्द्र लोधी तक पहुंचाता था। इसके बदले में वह एक हजार रुपए कमीशन लेता था।

यहां तक भेजे लोग

आरोपी ने पूछताछ में बताया है कि ट्रांसपोर्ट संचालक अभिषेक श्रीवास्तव इलाहाबाद हाईकोर्ट से रिटायर जज (Allahabad High Court Ritire Judge Son Case) का बेटा है। वह ग्राहकों से प्रति किलोमीटर 11 रुपए के हिसाब से गाड़ियां बुक करता था। उसके पास तीन लग्जरी गाडियां है। दूसरे आरोपी फतेह राजौरिया का भाई पुलिस मुख्यालय में तैनात है। इन आरोपियों ने 10 दिन में दो दर्जन से अधिक पास बनाए हैं। इन पास के बदले में तीन—तीन हजार रुपए वसूले गए हैं।

अपील

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