Bhopal News: लापता लड़की ट्रेन से उतरकर फिर भागी, पेट्रोलिंग में तैनात सिपाही की जागरूकता से परिजनों के हवाले किया
भोपाल। राजधानी पुलिस का एक सिपाही जो सचिन तेंदुलकर से कम नहीं हैं। उसने एक बार फिर अपनी जागरूकता का परिचय देकर भोपाल पुलिस का नाम दिलाने में कामयाब हुआ। सिपाही सुनील राठौर है जिसका बैच नंबर दस है। घटना भोपाल (Bhopal News) शहर के गोविंदपुरा थाना क्षेत्र स्थित आईएसबीटी बस स्टेंड की है। यहां सिपाही को एक नाबालिग बदहवास में दिखाई दी थी। जिसके बाद सिपाही ने गोविंदपुरा उर्जा महिला डेस्क (Govindpura Urja Mahila Desk) से मदद मांगी। इसके बाद जो कड़ियां जुड़ी उससे एक मामला सुलझ गया। इस घटना की शुरूआत जबलपुर से शुरू हुई थी।
इसलिए ट्रेन से उतरकर भागी नाबालिग
गोविंदपुरा थाना पुलिस के अनुसार आईएसबीटी पर पेट्रोलिंग के दौरान कांस्टेबल सुनील राठौर (Con Sunil Rathore) को एक नाबालिग मिली थी। उन्होंने उर्जा महिला डेस्क की लिंक अधिकारी सोनिया पटेल (Soniya Patel) से मदद मांगी। महिला अधिकारी ने उसकी परेशानी की वजह जानने के लिए शांति की तकनीक का फॉर्मूला अपनाया। उसने बताया कि वह जगदीश राजपूत (Jagdish Rajput) से प्यार करती है। इस कारण वह जबलपुर स्थित मझगंवा थाना क्षेत्र के अगरिया गांव से 11 दिसंबर को भाग आई थी। उसका कहना था कि वह जगदीश राजपूत के साथ शादी करना चाहती है। लेकिन, परिवार इस बात के लिए राजी नहीं हैं। वह आरोपी के साथ भोपाल के भानपुर में रह रही थी। जिसकी जानकारी परिजनों को लग गई थी। वे उसे जबरिया ट्रेन से ले जा रहे थे। नाबालिग को उसके परिजन भोपाल स्टेशन से लेकर चढ़े थे। लेकिन, नजर बचाकर वह रानी कमलापति रेलवे स्टेशन (Kamlapati Railway Station) पर उतर गई थी। इसके बाद वह आईएसबीटी (ISBT) पर आ गई थी। पूछताछ के बाद लिंक अधिकारी ने अफसरों को घटनाक्रम बताकर नाबालिग को गौरवी संस्था पहुंचाया।
दर्ज है पहले से कई मुकदमे
लिंक अधिकारी सोनिया पटेल ने मझगंवा थाने के इस बात की जानकारी दी। जिसके बाद जबलपुर की पुलिस नाबालिग के परिजनों को लेकर भोपाल (Bhopal News) के लिए रवाना हो गई थी। यहां परिवार से बातचीत हुई तो पता चला कि जगदीश राजपूत के खिलाफ पहले से कई मुकदमे दर्ज है। वह आपराधिक किस्म का व्यक्ति है। इसलिए परिजन शादी नहीं करना चाहते। इसके बाद लिंक अधिकारी सोनिया पटेल ने जगदीश राजपूत को भी हिरासत में लिया। उसे जबलपुर से आई पुलिस टीम एसआई कप्तान सिंह उईके (SI Kaptan Singh Uikey) , महिला आरक्षक राधा सिंह और सिपाही हरीदत्त राजपूत को सौंपते हुए नाबालिग को परिजनों के हवाले किया। उल्लेखनीय है कि गोविंदपुरा थाने में तैनात सुनील राठौर इससे पहले भी अपनी जागरूकता के चलते घर से भागकर आईएसबीटी आई नाबालिगों को उसके परिजनों तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं।
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