Bhopal News: जीवित नवजात को फेंकने वाली महिला गिरफ्तार, अस्पताल में इलाज के दौरान मौत, नाबालिग के साथ हुई थी ज्यादती, विधि विरोधी रिश्तेदार बालक ने की थी दरिंदगी, प्रसव कराने वाले डॉक्टर, नाबालिग की मां के साथ आया गिरफ्तार, जहांगीराबाद में दर्ज होगा बलात्कार का नया मामला
भोपाल। मनुष्य में संवेदनशीलता कितनी शून्य होती जा रही है यह उसका जीता जागता उदाहरण है। इसमें रिश्तों को शर्मसार करने से लेकर मेडिकल पेशे को बदनाम करने वाली जीवंत कहानी है। घटना भोपाल (Bhopal News) शहर के ऐशबाग इलाके की है। यहां 09 अक्टूबर की सुबह जीवित नवजात को फेंका गया था। उसकी 10 अक्टूबर को मौत हो गई। उसी मामले की जांच में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इसमें नवजात की नानी, डॉक्टर और एक अस्पताल की आया को गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ के बाद सामने आया है कि नाबालिग लड़की के साथ उसके रिश्तेदार ने बलात्कार किया था। वह गर्भवती हो गई तो जन्म के बाद बच्चे को फेंकने के लिए यह पूरी कहानी रची गई थी।
बेरहम मां ने सामाजिक बदनामी से बचने स्कूल छुड़वाया
पुलिस सूत्रों के अनुसार पीड़िता की उम्र लगभग सौलह साल है। वह जहांगीराबाद (Jahangirabad) थाना क्षेत्र में रहती है। उसके घर एक विधि विरोधी बालक अक्सर आता—जाता था। वह उसका रिश्तेदार भी लगता है। उसने नाबालिग के साथ शारीरिक संबंध बनाए। वह गर्भवती हो गई जिसकी जानकारी उसको भी नहीं थी। एक दिन परिजनों को पता चला तो मालूम हुआ कि वह छह महीने का गर्भ है। उसका गर्भपात नहीं कराया जा सकता है। इस कारण उसकी मां ने उसका स्कूल छुड़वा दिया और भीतर ही भीतर उसके प्रसव के इंतजाम पर लग गई। उसने ऐशबाग (Aishbag) थाना क्षेत्र स्थित इकबाल नगर (Iqbal Nagar) में रहने वाले डॉक्टर सुरेंद्र नाहर (Dr Surendra Nahar) पिता स्वर्गीय राजेंद्र नाहर उम्र 48 साल से संपर्क किया। उसने प्रसव कराने की जिम्मेदारी ली। आरोपी ने डॉक्टर सुरेंद्र नाहर ने एक अस्पताल में काम करने वाली आया फिरदौस खान (Firdaus Khan) पति शेरु खान उम्र 43 साल से संपर्क किया। वह ऐशबाग थाना क्षेत्र स्थित नवीन नगर (Naveen Nagar) में रहती है। फिरदौस खान ने नाबालिग की डिलीवरी 08 अक्टूबर को कराई। इसके बाद डॉक्टर ने उसको ही नवजात को ठिकाने लगाने के लिए बोला।
कई अन्य आरोपी बनना तय
फिरदौस खान ने एक घर के सामने 09 अक्टूबर की सुबह नवजात को जीवित अवस्था में छोड़ दिया। नवजात की 10 अक्टूबर को सुल्तानिया अस्पताल (Sultania Hospital) में मौत हो गई। पुलिस (Bhopal News) ने सीसीटीवी कैमरे की मदद से आरोपी महिला को दबोच लिया। वह स्कूटी लेकर नवजात को फेंकने गई थी। यहां उसने पुलिस को पूरा घटनाक्रम बता दिया। पुलिस को शक है कि फिरदौस खान ने जिस घर के सामने नवजात को फेंका उसके पीछे किसी को फंसाने की वजह है। वह अभी पता लगाया जा रहा है। इसके अलावा आरोपी डॉक्टर सुरेंद्र नाहर ने ऐसा करने के लिए मोटी रकम ली थी। उसके संबंध में भी जानकारी जुटाई जा रही है। इधर, जहांगीराबाद थाने में पीड़ित नाबालिग की मां जो ऐशबाग मामले में आरोपी है उसके खिलाफ प्रकरण दर्ज करने की तैयारी की जा रही है। इसमें ज्यादती करने वाले विधि विरोधी बालक को आरोपी बनाया जाएगा। मामले की जांच के लिए नवजात का डीएनए से लेकर तमाम जांच होगी। इसके लिए अभियोजन अधिकारी से अफसरों की चर्चा चल रही है। (सुधि पाठकों से अपील, हम पूर्व में धाराओं की व्याख्याओं के साथ समाचार देते रहे हैं। इसको कुछ अवधि के लिए विराम दिया गया है। आपको जल्द नए कानूनों की व्याख्या के साथ उसकी जानकारी दी जाएगी। जिसके लिए हमारी टीम नए कानूनों को लेकर अध्ययन कर रही हैं।)
खबर के लिए ऐसे जुड़े
हमारी कोशिश है कि शोध परक खबरों की संख्या बढ़ाई जाए। इसके लिए कई विषयों पर कार्य जारी है। हम आपसे अपील करते हैं कि हमारी मुहिम को आवाज देने के लिए आपका साथ जरुरी है। हमारे www.thecrimeinfo.com के फेसबुक पेज और यू ट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें। आप हमारे व्हाट्स एप्प न्यूज सेक्शन से जुड़ना चाहते हैं या फिर कोई घटना या समाचार की जानकारी देना चाहते हैं तो मोबाइल नंबर 7898656291 पर संपर्क कर सकते हैं।