Bhopal News: सरोजनी नायडू में पढ़ती थी छात्रा, शुरू होने वाले थे पेपर, मां ने भंडारे के लिए दोनों बेटियों को जबरिया भेजा, वापस आकर उठाया यह आत्मघाती कदम
भोपाल। साड़ी का फंदा बनाकर एक नाबालिग छात्रा ने फांसी लगा ली। यह घटना भोपाल (Bhopal News) शहर के हबीबगंज इलाके की है। फंदे से उतारकर परिजनों ने कुछ दिनों तक निजी अस्पताल में इलाज कराया। लेकिन, वहां अस्पताल के भारी भरकम बिल को जानकर वे हमीदिया अस्पताल ले गए। यहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया।
भंडारे से लौट आई थी दोनों बहने
हबीबगंज थाना पुलिस के अनुसार घटना ई—3 स्थित नुपूर कुंज कॉलोनी के पास हुई। यहां जगदीश पाल (Jagdish Pal) का परिवार रहता है। वह मूलत: सीधी जिले के ग्राम कालूड़ी तहसील सीधी का रहने वाला है। उसकी दो बेटियां और एक बेटा है। बड़ा बेटा माता पूजन करने के लिए गांव गया है। खुदकुशी करने के प्रयास की घटना 30 अप्रैल की शाम को हुई थी। मृतका 15 वर्षीय मृतिका शिल्पी पाल (Shilpi Pal) है जो कि सरोजनी नायडू स्कूल (Sarojni Naidu School) में नौवीं कक्षा में पढ़ती थी। शिल्पी पाल के पेपर भी शुरू होने वाले थे। शिल्पी पाल और उसकी बहन सारिका पाल (Sarika Pal) को माँ ने फटकारते हुए 30 अप्रैल की शाम को उनके साहब के घर के सामने पारस सिटी (Paras City) के पास भंडारे में भेजा था। कुछ देर बाद मां भी वहां पहुंच गई। उन्होंने बेटियों को अपना कीपैड मोबाइल देकर घर भेज दिया था।
साहब ने बहाना बनाकर पिता को घर भेजा
जगदीश पाल घटना के वक्त सीहोर गया हुआ था। वह मध्यप्रदेश मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी में तैनात अधिकारी खनूजा का वाहन चलाता है। वह अपने साहब को लेकर सीहोर स्थित रिसोर्ट गया हुआ था। वहां से उसने घर पर फोन लगाया। तब छोटी बेटी सारिका पाल मोबाइल लेकर भंडारे में वापस आई। इसके बाद मां—बेटी दोनों घर पहुंचे तो शिल्पी पाल फांसी के फंदे पर लटकी मिली। उसको साड़ी के फंदे से उतारा गया और साहब को यह बात (Bhopal News) बताई गई। साहब ने जगदीश पाल को तुरंत भोपाल भेजा। बच्ची को फ्रैक्चर अस्पताल (Fracture Hospital) ले जाया गया। हबीबगंज पुलिस भी फ्रैक्चर अस्पताल पहुंच गई। फ्रैक्चर अस्पताल का खर्चा ज्यादा था इसलिए जगदीश पाल बेटी को हमीदिया अस्पताल (Hamidia Hospital) ले गया। यहां उपचार के दौरान 2 अप्रैल की शाम साढ़े 5 बजे उसकी मौत हो गई। पुलिस को यह सूचना हमीदिया अस्पताल से डॉक्टर अमित सिंह (Dr Amit Singh) ने दी थी। हबीबगंज पुलिस मर्ग 19/23 दर्ज कर मामले की जांच कर रही है। जनहित में संदेश: आत्महत्या के विचार आना या आवेश आना मानिसक अवसाद के लक्षण है। यह संकेत मिलने पर तुरंत 18005990019 पर संपर्क करें। यहां चौबीस घंटे मनोचिकित्सक निशुल्क परामर्श देते हैं।
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