कारोबारी दुश्मनी के चलते वारदात को दिया अंजाम, चार आरोपी गिरफ्तार, बाकी की तलाश जारी, भाजपा नेताओं ने राज्यपाल को सौंपा था ज्ञापन
मंदसौर। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के मंदसौर (Mandsaur Crime) जिले में हुए विहिप नेता (VHP Leader) युवराज सिंह की हत्या के मामले में पुलिस ने खुलासा (Murder Expose) कर दिया है। इस मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को दबोचा है। आरोपियों ने खुलासा किया है कि हत्या बजरंग दल के नेता (Bajrang Dal Leader) विक्की गौसर के इशारों में की गई थी। दोनों के बीच में कारोबारी रंजिश (Business Rivalry) लंबे अरसे से चली आ रही थी।
मंदसौर एसपी हितेष चौधरी ने आरोपियों को बेनकाब करते हुए बताया कि हत्या की यह साजिश एक महीने पहले बनाई गई थी। विक्की का दोस्त दीपक तंवर है। दीपक का केबल (Cable Operator) कारोबार है। युवराज भी केबल नेटवर्क का कारोबार करता था। दोनों के बीच कारोबारी रंजिश चल रही थी। दीपक को यह लगता था कि कारोबारी रंजिश के चलते युवराज उसकी हत्या करा सकता है। इसी शक में उसने युवराज को रास्ते से हटाने (Mandsaur Murder Case) का फैसला किया। इस काम के लिए उसने विक्की गौसर को तैयार किया। हत्याकांड में विक्की, दीपक के अलावा अंकित तंवर, छोटू उर्फ फैजान, नागेश उर्फ लाला गोस्वामी, अनिल दड़िंग, सुनील गोस्वामी तथा अनीस मेव भी शामिल थे।
मंदसौर में अक्टूबर, 2017 में सोनू गोस्वामी की हत्या हुई थी। इसको लल्लू उर्फ ललित सिकलीगर ने अंजाम दिया था। दीपक को लगता था कि ललित और युवराज के बीच कोई करीबी संबंध है। पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को दबोच लिया है। फरार आरोपियों की तलाश में कई जगह दबिश दी जा रही है। इसके लिए आरोपियों के मोबाइल कॉल डिटेल (Mobile Call Detail) भी खंगाले जा रहे हैं।
भाजपा थी नाराज
हत्याकांड को लेकर मंदसौर में राजनीति गर्माई हुई थी। भाजपा के एक प्रतिनिधि मंडल (BJP Delegation) ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपकर आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की थी। इसके अलावा युवराज वकालत का काम भी करते थे। हत्याकांड को लेकर प्रदेश में वकीलों ने प्रोटैक्शन एक्ट (Advocate Protection Act) लागू करने की मांग करते हुए एक दिन अदालत में काम भी नहीं किया था।