राजधानी के कोहेफिजा इलाके में हुई थी वारदात, घटना के चार दिन बाद अफसरों ने कबूला
भोपाल। राजधानी (Bhopal Crime) में नागरिकों की सुरक्षा को ताक पर रखा जा रहा है। थानों में तैनात अफसर सुपर विजन से बचने के लिए कई तरह के दांव पेंच अपना रहे हैं। ताजा मामला 10 लाख रुपए की चोरी से जुड़ा है। जिसमें पुलिस के अफसरों ने एफआईआर में उसे दस्तावेज चोरी जैसा मामला बना दिया है। चोरी गए जेवरातों के संबंध में सूची बाद में देने का बताकर पूरे मामले से किनारा कर लिया है।
रकम और जेवर लिखने से क्यों लगता है डर
दरअसल, इस मामले में पुलिस ने पूरे घटनाक्रम (Bhopal Crime) को बेहद सामान्य बता दिया। जबकि हकीकत यह है कि जब यह वारदात हुई उस वक्त शहर को अलर्ट में रखे जाने का दावा किया जा रहा था। आप जानकार हैरान हो जाएंगे कि पुलिस रकम और जेवरात का वजन लिखने में क्यों डरती है। दरअसल, हर चोरी के स्तर पर जांच और सुपरविजन का तरीका बदल जाता है। बड़ी चोरी की वारदात में सीएसपी स्तर के अफसर प्रतिदिन की रिपोर्ट मैदानी अमले से लेते हैं। मामला और ज्यादा बड़ी चोरी का होता है तो उसमें क्राइम ब्रांच को भी लगाया जाता है। यह सारी कवायद और कागजी खानापूर्ति में काफी वक्त लगता है। इस वक्त को बचाने के लिए थाना पुलिस सूची मिलने का कहकर मामले को टालने का प्रयास करती है।
तीन दिन बाद यह कहा
इस मामले में फरीदा खान का दावा है कि उनके मकान से चोरी गया माल लगभग 10 लाख रुपए का है। लेकिन, पुलिस बिल की रसीद मांगने लगे। इस कारण बिल और सूची बाद में देने का कहकर मामला दर्ज कराया गया। जबकि थाना प्रभारी अमरेश बोहरे ने बताया कि बड़ी चोरी की वारदात (Bhopal Crime) नहींं है। महज 10 हजार रुपए और दस्तावेज चोरी गए हैं। लेकिन, सीएसपी शाहजहांनाबाद संभाग से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि मामला मेरे संज्ञान में हैं। चोरी गए माल और चोरों का पता लगाया जा रहा है। इसके लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।
यह है मामला
जानकारी के अनुसार इस मामले की रिपोर्ट इंद्र विहार कॉलोनी निवासी 50 वर्षीय डॉक्टर फरीदा खान ने की थी। फरीदा हैनिमन होम्यो पैथिक मेडिकल कॉलेज एंड हास्पिटल की सेक्रेट्री हैं। वे 20 अगस्त को घर पर ताला लगाकर छोटी बेटी के घर चली गई थी। इसी बीच 26 अगस्त की रात 10 बजे देवर और छोटी बेटी कपड़े लेने के लिए इंद्र विहार कॉलोनी आई। अगले दिन हॉकर दिलीप ने चौकीदार प्रकाश से मोबाइल लेकर चोरी की सूचना दी। चोर सेंट्रल लॉक तोड़कर घर में घुसे थे। चोर चप्पे—चप्पे की तलाशी लेने के बाद नकदी 25 हजार रुपए, दस्तावेज और सोने—चांदी के जेवरात ले गए। फरीदा खान के मुताबिक जेवरात 20 तौला वजनी पुराने और इस्तेमाली थे।