जवानों ने दी शहीदों को सलामी, शहीद पुलिसकर्मियों के परिजनों से मिले राज्यपाल और सांसद
भोपाल। कर्तव्य की बलिवेदी पर प्राण न्यौछावर (Martyrs Day) कर चुके पुलिस के वीर सपूतों को नमन करने राजधानी में पुलिस स्मृति दिवस (Martyrs Day Parade) मनाया गया। प्रदेश का मुख्य आयोजन लाल परेड मैदान (Lal Parade Maidan) स्थित शहीद स्मारक प्रांगण में आयोजित किया गया। जिसमें राज्यपाल लालजी टंडन (Governor Lalji Tandan) मुख्य अतिथि थे। कार्यक्रम में वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर (Sadhvi Pragya), प्रदेश के मुख्य सचिव एसआर मोहंती, विशेष पुलिस महानिदेशक विशेष सशस्त्र बल विजय यादव और प्रमुख सचिव गृह एसएन मिश्रा भी मौजूद थे।
राज्यपाल टंडन ने वीरगति को प्राप्त हुए पुलिस के सपूतों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि (Governor Speech) शहीदों के परिजन अपने को अकेला न समझें। सरकार, पुलिस प्रशासन और संपूर्ण समाज उनके साथ है। उन्होंने कहा कि हमें अपने अमर शहीदों की शहादत से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ना होगा। राज्यपाल ने कहा कि हम सबके लिए गर्व की बात है कि मध्यप्रदेश पुलिस (Madhya Pradesh Police) की गणना देश के श्रेष्ठ बलों में की जाती है।
मध्यप्रदेश पुलिस की तारीफ करते हुए राज्यपाल ने कहा कि कानून व्यवस्था के सराहनीय प्रयास किए जा रहे हैं। इन प्रयासों को और बेहतरी के साथ जारी रखना होगा। उन्होंने कहा असामाजिक तत्वों (Influence Activist ) एवं राष्ट्रदोही ताकतों (Anti-National Forces) का पूरी कठोरता के साथ दमन करें। पर यह भी सुनिश्चित करें कि कभी किसी निर्दोष के साथ अन्याय न हो और आमजन सुरक्षित महसूस करें। राज्यपाल ने मध्यप्रदेश पुलिस के नवाचारों, दस्यु (Dacoit) समस्या का निदान, नक्सलियों (Naxalite) का खात्मा, अपराध नियंत्रण (Crime Controll), पुलिस संसाधन में बढ़ोत्तरी और समाज में शांति, सद्भाव व भाई-चारा कायम रखने के प्रयासों को सराहा।
विशेष पुलिस महानिदेशक विजय यादव ने कहा कि 21 अक्टूबर का दिन देश की अखंडता की रक्षा तथा आंतरिक सुरक्षा (Internal Security) को बनाए रखने में पुलिस एवं केन्द्रीय अर्धसैनिक बलों के बलिदान को याद करने का दिन है। साथ ही हमारे अमर शहीदों की कर्तव्यपरायणता एवं शहादत को चिरस्मरणीय बनाने का दिन भी है।
उन्होंने कहा लद्दाख के हॉट स्प्रिंग्स में 16 हजार फीट की ऊँचाई पर 21 अक्टूबर 1959 को सीआरपीएफ के जवानों की टुकड़ी, सब इन्सपेक्टर करम सिंह (Sub Inspector Karam Singh) के नेतृत्व में गश्त कर रही थी तभी चीनी सेना (China Force) के साथ मुठभेड़ (Encounter) में 10 जवान शहीद हो गये थे। उन्हीं की स्मृति में यह दिवस देश की समस्त पुलिस इकाईयां मनाती हैं। यादव ने कहा मध्यप्रदेश पुलिस हर स्थिति में शांति, कानून व्यवस्था और विकास के माहौल को सुदृढ बनाए रखने के लिए दृढसंकल्पित है।
उन्होंने जानकारी दी कि स्मार्ट पुलिसिंग के लिए मध्यप्रदेश पुलिस को हाल ही में व्यापार एवं उद्योग जगत की प्रमुख संस्था फिक्की (FICCI) से चार श्रेणियों में राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार प्रदान हासिल करने में कामयाब हुई है। इसी तरह अपराधियों को सजा दिलाने में अग्रणी रहने पर मध्यप्रदेश पुलिस को राष्ट्रीय स्तर का कलाम इनोवेशन इन गवर्नेस अवार्ड (Kalam Inovation In Governance Award) भी मध्यप्रदेश पुलिस को मिला है।
देश भक्ति व जनसेवा के जज्बे के साथ दी श्रद्धांजलि
अपने वीर साथियों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए पुलिस स्मृति दिवस पर आयोजित हुई संयुक्त परेड (Joint Parade) में शामिल जवानों के माथे पर देश भक्ति व जनसेवा का जज्बा साफ झलक रहा था। पुलिस बैंड (Madhya Pradesh Police Band) की सुमधुर देश भक्ति के तरानों ने माहौल को भावुक बना दिया। आरंभ में पाल-बेयरर दल (Bearer Team ) ने राज्यपाल को सम्मान सूची सौंपी। बाद में इसी दल ने सम्मान सूची को आदरपूर्वक स्मारक कोष में स्थापित किया। इसी कड़ी में शहीद स्मारक को सलामी दी गई।
मध्यप्रदेश के दो शहीदों को किया गया याद
इसके पश्चात राज्यपाल लालजी टंडन व सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर, मुख्य सचिव एसआर मोहंती (SR Mohanti), विशेष पुलिस महानिदेशक विशेष सशस्त्र बल विजय यादव व प्रमुख सचिव गृह एसएन मिश्रा (SN Mishra) सहित अन्य अतिथियों एवं सेवारत व सेवानिवृत्त वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने शहीद स्मारक पर बारी-बारी से पुष्पचक्र (Floral Cycle) अर्पित किए।
इसी बीच सहायक पुलिस महानिरीक्षक विशेष सशस्त्र बल आशुतोष प्रताप सिंह ने मध्यप्रदेश पुलिस के दोनों शहीदों सहित देश भर में पिछले एक साल के दौरान शहीद हुए 292 पुलिस जवानों के नामों का वाचन किया। मध्यप्रदेश पुलिस के शहीद जवानों में प्रधान आरक्षक स्व.उमेश बाबू जिला भिंड व आरक्षक स्व.बृजेश रावत जिला श्योपुर शामिल है। अंत में राज्यपाल ने मध्यप्रदेश पुलिस के शहीदों के परिजनों व परेड कमांडरों से भेंट की। परेड का नेतृत्व भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी अमित तोलानी ने किया। परेड के टू-आई-सी की जिम्मेदारी राज्य पुलिस सेवा के अधिकारी रोहित लखारे ने निभाई।
परेड में महिला प्लाटून विशेष सशस्त्र बल एवं जिला बल की संयुक्त टुकड़ी, विशेष सशस्त्र बल की पुरूष प्लाटून, जिला बल एवं शासकीय रेल पुलिस की संयुक्त टुकड़ी, नगर सेना, कलर पार्टी, पुलिस बैंड प्लाटून और श्वान दल की टुकड़ियाँ शामिल हुईं।