डेढ़ महीने बाद भी नाबालिग की मौत पर जांच नहीं कर पा रही पुलिस, पुलिस का दावा खदान का मामला प्रशासन के पास, प्रशासन का दावा धमकी मिल रही है तो पुलिस के पास जाए परिवार
भोपाल। मध्यप्रदेश (#Madhya Pradesh Crime) के मुख्यमंत्री कमलनाथ (#CM Kamalnath) ने गुरुवार को घोषणा की थी कि प्रदेश से माफिया (Organised Crime) राज खत्म होगा। लेकिन, मैदानी स्तर पर यह हकीकत कहीं भी दिखाई नहीं दे रही। मामला राजधानी भोपाल (#Bhopal Crime) के परवलिया सड़क थाना क्षेत्र का है। यहां लगभग डेढ़ महीने पहले एक बालक की मौत हुई थी। बालक की मौत खदान (Mining Dam Drowning) में डूबकर हुई थी। जब पुलिस और प्रशासन ने खदान मालिक पर कार्रवाई नहीं की तो पीड़ित परिवार ने इसकी शिकायत की। इस शिकायत पर पुलिस की जांच तो शुरू नहीं हुई लेकिन, खदान मालिक की धमकी भरे (Threatening Call) फोन आने लगे। इधर, पुलिस और प्रशासन के अफसर एक—दूसरे का मामला बताकर अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ रहे हैं।
जानकारी के अनुसार परवलिया सड़क थाना क्षेत्र के तारा सेवनियां गांव में कामता प्रसाद मीना (Kamta Prasad Meena) का परिवार रहता है। परिवार में 14 साल का बालक अमित (Amit Meena) था। वह दोस्तों के साथ भदभदा के नजदीक खदान (Bhopal Mine) में भरे पानी में चला गया था। यहां अमित की डूबने से मौत हो गई थी। यह घटना 21 अक्टूबर को हुई थी। इस मामले में पुलिस ने मर्ग कायम किया था। पर पुलिस आज तक इस मौत के मामले में जांच पूरी नहीं कर सकी। जबकि पीड़ित परिवार का दावा है कि अमित की मौत के लिए खदान मालिक जिम्मेदार है। उसने खदान की खुदाई तो की लेकिन, उसके सुरक्षा इंतजाम (Mining Security) नहीं किए थे। इस कारण अमित की जान चली गई। वहां कोई चौकीदार या फैसिंग सुरक्षा के लिए की होती तो अमित की जान बच सकती थी। इस संबंध में पीड़ित परिवार के अलावा तारा सेवनियां गांव के रहवासियों ने आईजी भोपाल आदर्श कटियार, डीआईजी सिटी इरशाद वली, कलेक्टर सुदाम खाड़े, खनिज अधिकारी से लेकर विधायक और सांसद को परिवार शिकायत कर चुका है।
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परिवार को धमकी
इस शिकायत के बाद पुलिस और प्रशासन हरकत में नहीं आया। लेकिन, खदान मालिक सक्रिय हो गया। उसने परिवार को धमकी दी है। उसने परिवार से कहा है कि वह उनको सरकार से मिलने वाली राहत राशि भी नहीं मिलने देगा। इस मामले में परवलिया सड़क थाना प्रभारी अनिता प्रभा शर्मा से द क्राइम इंफो ने प्रतिक्रिया ली। उन्होंने कहा कि खदान की लीज से संबंधित कार्रवाई का क्षेत्राधिकार जिला प्रशासन के पास है। वहीं मौत की जांच पर वे कोई जवाब नहीं दे सकी। अनिता प्रभा शर्मा राज्य पुलिस सेवा में परीवीक्षाधीन अधिकारी हैं। इधर, एसडीएम हुजूर राजेश श्रीवास्तव का कहना है कि धमकाने का मामला है तो एफआईआर पुलिस करेगी। खदान से संबंधित जांच पर वे खामोश हो गए।
सड़क नहीं बनी तो ठेका रद्द
मुख्यमंत्री कमलनाथ (@CM Kamalnath) ने ऐलान किया है कि प्रदेश में माफिया (Mafia Crime) के खिलाफ अभियान जारी रहेगा। हालांकि मैदान में उसका असर परवलिया सड़क में हुई घटना के बाद परिवार की पीड़ा से उजागर हो गया है। पीड़ित परिवार सरकारी सिस्टम के हर दरवाजे पर दस्तक दे चुका है। लेकिन, सरकार अपने हित को देखते हुए सबसे पहले ज्यादा फैसले लेती है। यह हम नहीं कह रहे। यह आरोप ट्रांसटाय कंपनी के रद्द हुए ठेके को लेकर पीड़ित परिवार ही उठा रहा है। पीड़ित परिवार उसी इलाके में रहता है। इस कंपनी का ठेका सिर्फ इसलिए रद्द कर दिया गया क्योंकि उसने सड़क अच्छी नहीं बनाई थी और वह रखरखाव नहीं कर रहा था। इधर, पीड़ित परिवार का कहना है कि खदान की वजह से एक बच्चे की मौत हो गई उसमें सरकार और पूरा सिस्टम एक खदान मालिक के सामने बौना हो गया है। इसलिए माफिया के खिलाफ मुहिम सिर्फ राजनीतिक शिगूफा है।
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अपील— सरकार की माफिया के खिलाफ दोहरी नीति को लेकर #www.thecrimeinfo.com की यह Exclusive News हैं। इसी तरह के अन्य मामले भी @www.thecrimeinfo.com उजागर करेगा। यदि आपके पास कोई समाचार की जानकारी या ऐसे भ्रष्टाचार की खबर है तो मोबाइल नंबर 9425005378 पर सूचित करें। हमारे #www.thecrimeinfo.com FACEBOOK Page को लाइक और YOU Tubeचैनल को बैल आईकॉन दबाकर सब्सक्राइब करें। यदि आप हमसे व्हाट्स एप्प समाचार माध्यम से जुड़ना चाहते हैं उक्त मोबाइल नंबर पर नाम, शहर का नाम और मोबाइल नंबर लिखकर भेजे।