MP Cop Gossip: खाकी को खदेड़ने वाले थे खादी वाले नेता, बेचारे उनसे पहले अपना तबादला दूसरे थाने करा लिया, एक ही मामले की दो बार इसलिए करनी पड़ी पत्रकार वार्ता, एक थाना प्रभारी का तीन थानों में जलजला, वीडियो कहां से हुआ लीक
भोपाल। मध्यप्रदेश पुलिस महकमा काफी बड़ा होता है। इसमें बहुत सी बातें मीडिया के सामने आ जाती है लेकिन, कुछ फाइलों में ही दबी रह जाती है। ऐसे ही बातों का हमारा साप्ताहिक नियमित कॉलम एमपी कॉप गॉसिप (MP Cop Gossip) हैं। इसमें हमारी हरसंभव कोशिश होती है जिन व्यक्तियों से जुड़े यह विषय है उनके नाम उजागर न करें। हमारा मकसद कतई यह नहीं है कि व्यक्ति, पद अथवा संस्था की गरिमा को ठेस पहुंचे। कुछ ऐसे ही बातों का हमारी यह कड़ी आपको कैसी लगी यह जरुर बता सकते हैं।
एमपी पुलिस के वीडियो पर महाराष्ट्र की नेता ने ले लिए भाजपा के मजे
महंगा पड़ा होटल के सामने अफसर को ऐसा करना…
घर का भेदी लंका……
माननीय की गलतफहमी तीन स्टार लगाने वाले अफसर ने दूर कर दी
पिछले साल शहर के एक थाने में निरीक्षक की तैनाती हुई। उनकी तैनाती से पूर्व उन्हें थाना पता था। वे एक विधायक के बहुत करीबी उस वक्त थे। उनका पट्ठा बताकर खूब प्रचार किया गया। विधायक महोदय काफी खड़ा और खरा बोलने के चक्कर में कट्टरपंथी सोच वाले लोगों के लिए आदर्श बन गए हैं। हालांकि संगठन में उनका जनाधार घट रहा है। यह जानते हुए तीन स्टार वाले अफसर ने पाला बदला और वे महकमे के हो गए। उसके बाद उन्होंने उनके खिलाफ कुछ सख्त एक्शन ले लिए। जिसके बाद उनका तबादला करने के लिए माननीय सक्रिय हो गए। खादी वाले नेता की यह बात खाकी तक पहुंच गई। फिर क्या उन्होंने खादी सक्रिय होती उससे पहले अपना गणित चलाया और दूसरे थाने शिफ्ट हो गए। वे जिस थाने गए हैं वहां के माननीय उनके चिर—परिचित प्रतिद्वंदी भी है और वे खड़ा और खरा बोलते हैं।
राजधानी में पार्टी और संगठन वाले अफसर
दूसरी बार पत्रकार वार्ता में वह शब्द नहीं बोला
पिछले दिनों एक आभूषण कारोबारी के यहां लूट की सनसनीखेज वारदात हुई। जब एफआईआर हुई तो मीडिया को 35 हजार रुपए नकदी और जेवरात चोरी जाना बताया। लेकिन, जब उसका खुलासा हुआ तो जेवरात ही 50 लाख रुपए के हो गए। उस वक्त मामले का खुलासा करने के लिए आयोजित पहली पत्रकार वार्ता (MP Cop Gossip) में एक शब्द अग्निवीर का कई बार इस्तेमाल हुआ। उस अग्निवीर शब्द के कारण वह समाचार प्रदेश ही नेशनल लेवर पर सुर्खियों में आ गया। फिर उसी मामले की दो दिन बाद फिर पत्रकार वार्ता हुई। लेकिन, उसमें अग्निवीर शब्द ही गायब था। अग्निवीर को लेकर राहुल गांधी (Rahul Gandhi) समेत कई विपक्ष के नेता मुखर है और सरकार को घेरते हैं। ऐसे में यह शब्द मीडिया में आने के बाद वह समाचार बहुत ज्यादा चर्चित हो गए। हालांकि कुछ घंटे बाद ही इस बात को लेकर काफी खींचतान पुलिस मुख्यालय से लेकर राजधानी में होने लगी। (सुधि पाठकों से अपील, हम पूर्व में धाराओं की व्याख्याओं के साथ समाचार देते रहे हैं। इसको कुछ अवधि के लिए विराम दिया गया है। आपको जल्द नए कानूनों की व्याख्या के साथ उसकी जानकारी दी जाएगी। जिसके लिए हमारी टीम नए कानूनों को लेकर अध्ययन कर रही हैं।)
खबर के लिए ऐसे जुड़े
हमारी कोशिश है कि शोध परक खबरों की संख्या बढ़ाई जाए। इसके लिए कई विषयों पर कार्य जारी है। हम आपसे अपील करते हैं कि हमारी मुहिम को आवाज देने के लिए आपका साथ जरुरी है। हमारे www.thecrimeinfo.com के फेसबुक पेज और यू ट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें। आप हमारे व्हाट्स एप्प न्यूज सेक्शन से जुड़ना चाहते हैं या फिर कोई घटना या समाचार की जानकारी देना चाहते हैं तो मोबाइल नंबर 7898656291 पर संपर्क कर सकते हैं।