पुलिस पर लापरवाही बरतने का आरोप, परिजनों ने की एसपी से शिकायत
खंडवा। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के इटारसी तहसील में रेलवे ट्रैक (Railway Track) के नजदीक मथेला (Methla) क्षेत्र में इंजीनियर की लाश (Engineer’s Corpse) पुलिस को मिली है। जिस व्यक्ति की लाश (Khandwa Murder Case) है वह किसानों से संबंधित एनजीओ (NGOs Related To Farmers) के लिए काम करता था। उसके पास से मिले आईडी और फोन के जरिए पुलिस ने उसकी पहचान की है। शुरुआती जांच में पुलिस को पता चला है कि वह एक युवती के संपर्क में था। हालांकि परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाकर एसपी से शिकायत की है।
पुलिस को फोन पर मिली जानकारी से पता चला कि एक युवक की लाश मथेला रेलवे टैक (Mathela Railway Tech) पर पड़ा है। पुलिस ने शव (Methwa Murder Case) की तलाशी ली तो उसके पास से एक आईडी कार्ड और फोन मिला था। जिससे मृतक की पहचान आकाश (Aakash) पिता राम कुमार हल्दवानी के रुप में हुई है। पुलिस आईडी के जरिए युवक के घर पहुंची थी। पुलिस ने ही परिजनों को लाश मिलने की सूचना दी थी। परिजनों के बयान में पुलिस को पता चला कि मृतक इंदौर के एक निजी कॉलेज से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी। उसके बाद वह पिछले पांच महीनों से नौकरी की तलाश कर रहा था। इस बीच उसने एक किसानों से संबंधित एक एनजीओ के लिए काम करना शुरू किया था।
उसी जगह एक युवती शीनू (Shinu) (बदला हुआ नाम) से दोस्ती हुई थी। परिजनों में मृतक की मां और भाई ने बताया कि शीनू अक्सर उसको फोन करके मिलने के लिए बुलाती थी। घटना (Khandwa Crime) वाले दिन भी उसका फोन आया था। वह उसे मिलने के लिए बुला रही थी। आकाश ने शीनू से मिलने से मना कर दिया था। उसके बाद से आकाश बहुत परेशान (Disturb) चल रहा था। घर वालों ने उससे जब परेशानी की वजह पूछी तो उसने कुछ नहीं बताया। मृतक की मां ने आकाश को रात करीब 10:30 बजे फोन किया तो उसने नहीं उठाया था।
उसी जगह एक युवती शीनू (Shinu) (बदला हुआ नाम) से दोस्ती हुई थी। परिजनों में मृतक की मां और भाई ने बताया कि शीनू अक्सर उसको फोन करके मिलने के लिए बुलाती थी। घटना (Khandwa Crime) वाले दिन भी उसका फोन आया था। वह उसे मिलने के लिए बुला रही थी। आकाश ने शीनू से मिलने से मना कर दिया था। उसके बाद से आकाश बहुत परेशान (Disturb) चल रहा था। घर वालों ने उससे जब परेशानी की वजह पूछी तो उसने कुछ नहीं बताया। मृतक की मां ने आकाश को रात करीब 10:30 बजे फोन किया तो उसने नहीं उठाया था।
कुछ देर बाद 11:30 बजे आकाश का फोन मां के फोन पर आया और उसने कुछ देर में घर आने की बात बोली। रात करीब 12:30 तक वह घर नहीं आया तो उसकी मां ने फिर फोन किया। उस समय आकाश का फोन बंद आ रहा था। इस बात की जानकारी मां ने घर के बाकी लोगों को दी। परिजनों ने आकाश के सभी दोस्तों को फोन किया पर वह उस शाम किसी से भी नहीं मिला था। इसके बाद परिजनों के घर पुलिस आकाश कि जानकारी देने पहुंची थी। पुलिस ने मृतक का शव पोस्टमार्टम (Post Mortem) के बाद परिजानों को सौंप दिया है। अभी मृतक की पीएम रिपोर्ट नहीं आई है। परिजनों ने आकाश की मौत पर उसकी दोस्त शीनू को हत्या का आरोपी ठहराया है। पुलिस ने फिलहाल मर्ग कायम किया है। परिजनों का आरोप है कि पुलिस को आकाश के घटना वाले रात की सारी जानकारी देने पर भी घटना के दूसरे दिन रविवार को भी कोई एक्शन नहीं लिया। इसलिए परिजनों ने पुलिस के खिलाफ एसपी डॉक्टर शिवदयाल सिंह से भी इस बात की शिकायत की है। मामले की जांच मोघट टीआई मोहन सिंह सिंगोरे कर रहे हैं।