सत्ता में आते ही कमलनाथ सरकार ने राजनीतिक मुकदमे चिन्हित करके उन्हें वापस ले लिया, लेकिन वकील और पत्रकारों की सुरक्षा कानून बनाने वाले मुद्दे पर खामोश
रायसेन/भोपाल। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में पत्रकारों की सुरक्षा (Journalist Safety Act) को लेकर सरकारें वादें करती रही। लेकिन, इस विषय पर कोई कारगर निर्णय किसी भी सरकार ने अब तक नहीं लिए हैं। मध्यप्रदेश में पत्रकार सुरक्षित (Madhya Pradesh Unsafe Journalist) नहीं हैं। ताजा मामला राजधानी से सटे रायसेन (Raisen) जिले का है। यहां से एक पूर्व पत्रकार पिछले 10 दिन से गायब हैं। वह शराब माफिया के खिलाफ जबरदस्त रिपोर्टिंग करता था। मामला दो जिलों के बीच में पीस रहा है।
जानकारी के अनुसार राजकुमार त्रिपालिया (Rajkumar Tripaliya) 28 अक्टूबर से गायब (Missing) है। वह उदयपुरा इलाके का रहने वाला है। राजकुमार न्यूज वर्ल्ड (News World Chanel) समेत कई अन्य समाचार पत्र में नौकरी कर चुका है। एसपी रायसेन मोनिका शुक्ला (SP Monika Shukla) ने बताया कि वह फिलहाल पत्रकारिता (Journalism) के पेशे में नहीं हैं। उसकी गुमशुदगी भोपाल (Bhopal) के मिसरोद थाने में दर्ज है। यह मामला उदयपुरा थाने से ही जीरो पर दर्ज करके मिसरोद भेजा गया था। इससे पहले राजकुमार की पत्नी ममता (Mamta Tripaliya) का आरोप था कि उसको मिसरोद थाने के पुलिसकर्मी मेघराज जैन अपने साथ ले गया था। एसपी रायसेन का कहना है कि राजकुमार की तलाश सरगर्मी से की जा रही है। उसकी आखिरी लोकेशन मिसरोद के 11 मील पर आई थी। उस वक्त पुलिसकर्मी मेघराज नहीं था। पुलिसकर्मी उसको ज्यादती के मामले में आरोपी की गिरफ्तारी में सहयोग करने के लिए अपने साथ ले गया था। पुलिस ने ज्यादती के मामले में गिरफ्तार आरोपी के अलावा मेघराज से भी पूछताछ कर ली गई है।
मिसरोद थाना पुलिस अब इस मामले में पड़ताल कर रही है। हालांकि अब तक उसको राजकुमार का कोई सुराग नहीं मिला है। इधर, उसके न मिलने पर बुधवार को अहिरवार समाज का एक प्रतिनिधि मंडल एसपी रायसेन के पास शिकायत करने भी पहुंचा था। परिवार को शक है कि राजकुमार ने पहले शराब माफिया के खिलाफ रिपोर्टिंग की थी। जिसकी वजह से उसकी कई लोगों से दुश्मनी हो गई थी। पुलिस उसकी सरगर्मी से तलाश नहीं कर रही है। वह पुलिस के किए गए प्रयासों से संतुष्ट नहीं हैं।