ATM Blast Gang: जबलपुर, पन्ना, कटनी और दमोह में सिलसिलेवार एटीएम बूथ को डिटोनेटर से ब्लास्ट करके लूटने वाले गिरोह का भंड़ाफोड़
दमोह। मध्य प्रदेश (MP Crime News) के चार जिलों में सिलसिलेवार एटीएम को निशाना बनाकर उसको डिटोनेटर लगाकर ब्लास्ट (ATM Blast Gang) करने वाले गिरोह का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। इस गिरोह की वारदात से मध्य प्रदेश (MP ATM Loot Racket) की इंटेलीजेंस काफी सदमे में थी। दरअसल, वारदात में डिटोनेटर और जिलेटिन रॉड का इस्तेमाल हो रहा था। इसलिए शक जताया जा रहा था कि एटीएम को टारगेट करने वाले लोग आतंकी संगठन के स्लीपर मॉड्यूल हो सकते हैं। लेकिन, जब इस गिरोह के सदस्य पुलिस के हत्थे चढ़े तो यह गांव के बेरोजगार युवक निकले। इस पूरे मामले का खुलासा मध्य प्रदेश के दमोह (Damoh Cop Bust ATM Loot Gang) पुलिस ने किया है। हालांकि इस गैंग को बेनकाब करने के लिए एक एसआईटी काम कर रही थी।
यह थी एसआईटी
मध्य प्रदेश के जबलपुर, कटनी, दमोह और पन्ना जिले में एटीएम को ब्लास्ट करके लूटा गया था। सर्वाधिक दमोह और पन्ना में वारदात हुई थी। इसलिए पुलिस मुख्यालय ने दमोह और पन्ना को केंद्रीत करते हुए एसआईटी बनाई थी। इस एसआईटी का नेतृत्व डीआईजी छतरपुर विवेक राज (Chhatarpur DIG Vivek Raj) कर रहे थे। वहीं सागर रेंज के डीआईजी भी इस टीम में शामिल थे। दमोह और पन्ना जिले के एसपी पल—पल की रिपोर्ट कर रहे थे। इस काम में तेजी तब आई जब 17 जुलाई को फिर एटीएम को ब्लास्ट करके उड़ाया गया। यहां से पुलिस का बिछाया हुआ जाल काम कर गया और गिरोह का भंड़ाफोड़ (MP ATM Blast Gang) हो गया।
नकली नोट भी हुए बरामद
सागर आईजी केपी खरे (IG KP Khare) ने दमोह पुलिस नियंत्रण कक्ष में आयोजित पत्रकार वार्ता में गिरोह का खुलासा किया। खरे ने बताया कि गिरोह का मास्टर माइंड देवेन्द्र पटेल उर्फ बलिराम (Devendra Patel@Baliram) को गिरफ्तार किया गया। देवेन्द्र पटेल (ATM Blast Mastermind Devendra Patel) पेशे से सिविल इंजीनियर है। वह देहात दमोह का रहने वाला है। उसने अपने पांच अन्य साथियों राकेश पटेल (Rakesh Patel), जोगेश्वर पटेल(Jogeshwar Patel), नीतेश पटेल (Neetesh Patel), दयाराम पटेल (Dayaram Patel)और परम लोधी (Param Lodhi) भी शामिल थे। इन आरोपियों के कब्जे से साढ़े तीन लाख रुपए के नकली नोट (Damoh Fake Currency) भी बरामद हुए। यह नोट देवेन्द्र पटेल (ATM Loot Gangster) से बरामद हुए।
क्राइम पेट्रोल से सीखी तकनीक
आईजी केपी खरे (KP Khare) ने बताया कि गिरोह उन एटीएम को निशाना बनाता था जिसमें गार्ड या फिर कैमरा नहीं हो। वहां डिटोनेटर और जिलेटिन की छड़ लगाकर एटीएम का चेस्ट ब्रेक किया जाता था। इस काम के लिए बाइक की बैट्री इस्तेमाल होती थी। यह तकनीकी देवेन्द्र ने क्राइम पेट्रोल (Crime Petrol TV Serial) से सीखी थी। आरोपियों के कब्जे से 25 लाख 50 हजार रुपए नकद बरामद हुए है। इसके अलावा लूट में इस्तेमाल की गई तीन बाइक भी जब्त हुई है।
दूसरे जिलों की पुलिस करेगी पूछताछ
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से दो देशी पिस्टल, आठ जिंदा कारतूस, दो मोबाइल, डेटोनेटर, जिलेटिन रॉड, एक लैपटॉप और प्रिंटर जब्त किया है। आईजी ने बताया कि एटीएम को ब्लास्ट करके लूटपाट करने वाले आरोपियों ने कबूला है कि जिलेटिन और डिटोनेटर उन्हें किसान मुहैया कराते थे। उन किसानों से भी पूछताछ होगी। गिरोह को दबोचने की जानकारी पुलिस मुख्यालय के माध्यम से सभी जिलों को दे दी गई है। जबलपुर और कटनी पुलिस भी आरोपियों से पूछताछ करेगी।
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