लोकायुक्त पुलिस ने जिला अस्पताल के सर्जन को 6 हजार रुपए की घूस लेते हुए क्लीनिक में दबोचा, भ्रष्टाचार निवारण के तहत मुकदमा दर्ज
मंडला। भैया आयुष्मान कार्ड (Ayushman Health Schme) जिसने बनाया है उससे ऑपरेशन करा लो। यह कहते हुए जिला अस्पताल के सर्जन ने एक मरीज के रिश्तेदार को झिड़क दिया। उसे लगा डॉक्टर नाराज हो गए। लेकिन, जब हकीकत मालूम हुई तो वह सीधे लोकायुक्त कार्यालय पहुंच गया। सूचना के बाद लोकायुक्त पुलिस ने डॉक्टर को रिश्वत लेते हुए (Corrupt Officer Traped) दबोच लिया।
जबलपुर लोकायुक्त डीएसपी जेपी वर्मा ने thecrimeinfo.com को बताया कि मंडला जिले के ग्राम मुडाडीह पोस्ट बकोरी में रहने वाले प्रमोद कुमार नरेती ने भ्रष्टाचार की शिकायत की थी। उन्होंने बताया था कि जिला अस्पताल में 13 सितंबर को पिता सोनू लाल नरेती को ले गए थे। यहां टेस्ट में पिता को हार्निया का पता चला था। अगले दिन डॉक्टर सुनील कुमार यादव ने ओटी के पास बुलाया। वहां पर जाने पर वह कहने लगे कि इलाज में कितना खर्च कर लोगे। इस पर प्रमोद ने कहा कि वह आयुष्मान योजना (Ayushman Health Scheme) के तहत कार्ड से इलाज कराना चाहता है। यह कहने पर डॉक्टर सुनील कुमार यादव ने कहा कि वह उससे ही इलाज करा ले जिसने आयुष्मान कार्ड बनाया है। इसके बाद उसके पिता के इलाज में लापरवाही बरती जाने लगी।
कई लोगों से ली गई रकम
प्रमोद ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि पिता की हालात देखकर वह डॉक्टर के पास पहुंचा। डॉक्टर ने उससे 10 हजार रुपए का इंतजाम करने के लिए कहा। प्रमोद का दावा है कि जिला अस्पताल के उस वार्ड में जो मरीज भर्ती है उन्हें इलाज पैसा देकर ही किया जा रहा है। लेकिन, मैंने साहस करके विरोध किया और इस पूरे मामले का खुलासा कर दिया। डीएसपी जेपी वर्मा के मुताबिक मंडला में लोकायुक्त पुलिस की टीम ने डॉक्टर सुनील कुमार यादव को उनके क्लीनिक में 6 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों दबोच लिया है। लोकायुक्त पुलिस अब पूर्व में किए गए इलाज का ब्यौरा भी जिला अस्पताल से मांगने जा रही है। ताकि यह साफ हो सके कि यादव ने अब तक कितने लोगों से रकम लेकर इलाज किया है।