Lokayukt Trape : जिला शिक्षा अधिकारी रिश्वत लेते गिरफ्तार

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स्कूल की मान्यता खत्म करने की धमकी देकर मांग रहा था घूस, किस्त की पहली रकम लेते लोकायुक्त ने दबोचा

उज्जैन। रिश्वतखोर (Corrupt) एक जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) को लोकायुक्त पुलिस ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों (Lokayukt Trape) पकड़ा है। आरोपी एक स्कूल की मान्यता (School affiliation) बचाने के बदले में पैसा मांग रहा था।
लोकायुक्त डीएसपी उज्जैन शैलेन्द्र सिंह ठाकुर ने बताया कि जावरा निवासी अशोक देव पांचाल के तीन बच्चे रतलाम के साईं पब्लिक स्कूल में पढ़ते थे। दाखिले के वक्त स्कूल संचालक सुखदेव पांचाल ने भरोसा दिलाया था कि वह बच्चों की टीसी और मार्कशीट मुहैया कराएगा। लेकिन, उसे जारी करने के बदले में वह आनाकानी करने लगा। इसकी शिकायत अशोक देव ने जिला शिक्षा अधिकारी रामेश्वर चौहान से की थी। चौहान ने स्कूल की जांच खोल दी और बयान दर्ज करने के लिए सुखदेव को बुलाया गया। इस दौरान जिला शिक्षा अधिकारी ने धमकाया कि उसके खिलाफ जांच को वह साबित कर देगा। ऐसे में उसके स्कूल की मान्यता समाप्त हो जाएगी।

किस्त में देनी थी रकम
जांच से बचने के एवज में रामेश्वर चौहान ने 50 हजार रुपए की रिश्वत मांगी। सौदा तय होते-होते 30 हजार रुपए में पहुंच गया। जिसमें से पहली किस्त 15 हजार रुपए लेते हुए चौहान को रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने चौहान से जुड़ी दूसरी नस्तियां भी जांच के लिए बुलाई है। लोकायुक्त पुलिस को लगता है कि रामेश्वर चौहान पूर्व में भी ऐसे ही स्कूल की मान्यता बहाल करता आया है।

घर की भी तलाशी ली गई
आरोपी रामेश्वर चौहान ने रिश्वत की रकम लेने के बाद उसे दराज में रख लिया था। जब उसके हाथ पुलिस ने धुलाए तो वह रिश्वत की रकम में लगे पाउडर की वजह से लाल हो गए। आरोपी को रतलाम में गिरफ्तार किया गया। लेकिन, उसके बाद एक टीम उसके बेरछा स्थित आवास में भी पहुंची। हालांकि पुलिस को वहां कोई रकम नहीं मिली।

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