MP Political News: पूर्व मंत्री पीसी शर्मा की अगुवाई में पुलिस मुख्यालय में डीजीपी से मिलकर जताया विरोध
भोपाल। मध्य प्रदेश (MP Political News) की राजधानी भोपाल की ताजा न्यूज कांग्रेस पार्टी से मिल रही है। पार्टी के एक प्रतिनिधि मंडल ने मंगलवार को डीजीपी विवेक जौहरी से मुलाकात करके पूर्व वन मंत्री उमंग सिंघार (Former Minister Umang Singhar) की एफआईआर का विरोध जताया। पूर्व वन मंत्री पर शाहपुरा थाने में सोमवार रात आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज हुआ था। इस केस के बाद पूर्व वनमंत्री ने भोपाल आईजी को भी पत्र लिखा था।
राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित
पुलिस मुख्यालय में डीजीपी से मुलाकात के बाद पूर्व मंत्री पीसी शर्मा (Former Minister PC Sharma) ने कहा कि उमंग सिंघार के खिलाफ केस बन नहीं रहा था। लेकिन, पुलिस को राजनीतिक दबाव के चलते ऐसा करना पड़ा। जिस महिला ने आत्महत्या की उसके मीडिया में बयान भी आए थे। उसने उमंग सिंघार के खिलाफ कोई बयान नहीं दिया। वहीं सुसाइड नोट में ऐसी कोई बात नहीं लिखी थी जिससे यह साबित हो कि उमंग सिंघार का आत्महत्या से सीधा कनेक्शन हो। प्रतिनिधि मंडल में विधायक आरिफ मसूद के अलावा कई अन्य नेता शामिल थे। शर्मा ने आरोप लगाया कि यह केस पूरी तरह से राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित है। ताकि विधायक का चरित्र हनन करके उनकी राजनीतिक छवि धूमिल की जाए।
पूर्व वन मंत्री ने पत्र लिखा
इससे पहले सोमवार को पूर्व वन मंत्री ने भोपाल आईजी को पत्र लिखा। उन्होंने कहा कि मप्र विधानसभा का मैं चयनित जनप्रतिनिधि हूं। मैंने धार जिले के गंधवानी विधनसभा से तीसरी बार चुनाव जीता है। मौजूदा वक्त कोरोना महामारी का है। इसलिए मेरे क्षेत्र में कई लोगों को मेरी आवश्यकता भी है। इस कारण क्षेत्र में इसी काम से व्यस्त भी चल रहा था। इस बीच सोशल मीडिया और मीडिया रिपोर्ट से सोनिया भारद्वाज की आत्महत्या की खबर मिली थी। उसने किसी पर आरोप भी नहीं लगाया है। यह बात मीडिया में भी आई है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के 2020 में जारी अर्नब मनोरंज गोस्वामी बनाम महाराष्ट्र सरकार की अपील वाले फैसले का हवाला देते हुए कहा कि केस बनता ही नहीं है। उन्होंने केस में निष्पक्ष जांच करने की मांग आईजी भोपाल से की है।
यह है मामला
अंबाला निवासी सोनिया भारद्वाज (Soniya Bhardwaj Suicide Case) ने 16 मई की दोपहर में फांसी लगा ली थी। उसकी लाश पूर्व वन मंत्री के शाहपुरा स्थित निजी बंगले में मिली थी। शाहपुरा थाना पुलिस को घटना की सूचना नौकर गणेश सिंह ने दी थी। पुलिस को सोनिया भारद्वाज का पत्र भी मिला था। जिसमें उसने किसी भी व्यक्ति के खिलाफ बयान नहीं दिया था। उसकी पहचान पूर्व मंत्री से मेट्रोमोनियल साइट से हुई थी। दोनों शादी भी करने वाले थे। सोनिया का 18 साल का बेटा भी है। घटना की जानकारी मिलने के बाद उसकी मां और बेटे भी भोपाल आ गए थे। सोमवार को अंत्येष्टि के बाद पुलिस ने यह केस दर्ज किया था। अभी सोनिया के पत्र की क्यूडी शाखा से जांच किया जाना बाकी है।